अर्चना कुमारी । जहांगीरपुरी हिंसा मामले को लेकर पांच आरोपियों के खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत कार्रवाई की गई है। इन आरोपियों के नाम अंसार, सलीम चिकना, इमाम शेख, दिलशाद और अहीद है।
इस बीच उत्तरी दिल्ली नगर निगम बुधवार और बृहस्पतिवार को इस हिंसा के आरोपियों के अवैध निर्माण पर अपना बुलडोजर चलाएगी और इसके लिए निगम ने पुलिस प्रशासन से करीब 400 अतिरिक्त जवानों की तैनाती की मांग की है। सोमवार को इस मामले में पुलिस ने अपनी तरफ से प्रारंभिक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है, जिसमें साजिश के तहत हिंसा की बात कही गई है। इस बीच पुलिस ने सोनू चिकना को पिस्टल मुहैया कराने वाले गुलाम रसूल उर्फ गुल्ली को गिरफ्तार किए जाने का दावा किया।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि गृह मंत्रालय से एनएसए लगाने की हरी झंडी मिलने के बाद उपराज्यपाल की तरफ से NSA लगाने की मंजूरी पुलिस कमिश्नर को दी गई और इसके बाद पांचों आरोपियों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई। पुलिस सूत्रों का कहना है मामले में साजिश को ध्यान में रखते हुए UAPA एक्ट के तहत भी अलग मामला दर्ज किया जा सकता है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस दंगे में शामिल आरोपियों के खिलाफ पुलिस सख्त एक्शन लेना चाहती है और इसी के चलते कानूनी सलाह लेकर यह सख्त कदम उठाया । इस बीच विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को पुलिस के तरफ से टारगेट किए जाने को लेकर विहिप प्रवक्ता विनोद बंसल सामने आए और उन्होंने कहा कि उसके कार्यकर्ता खिलाफ जो प्राथमिकी दर्ज की गई है वह उसके लिए कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार है ।
उनका कहना था कि जहांगीरपुरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की ये कार्रवाई गलत है और दिल्ली पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए इस तरह के एक्शन ले रही है। विश्व हिंदू परिषद का दावा है कि उन्होंने इस शोभायात्रा के लिए दो थानों से अनुमति ली थी और पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए विश्व हिंदू परिषद पर प्राथमिकी दर्ज किया है।