Latest उपदेश एवं उपदेशक News
भारत एक सनातन यात्रा है, एक अमृत पथ है, जो अनंत से अनंत तक फैला हुआ है। इसलिए हमने कभी भारत का इतिहास नहीं लिखा: ओशो
Osho. पृथ्वी के इस भूभाग में मनुष्य की चेतना की पहली किरण…
प्रेम में यदि ईर्ष्या है तो फिर वह प्रेम है ही नहीं: ओशो
ओशो वाणी प्रेम में ईर्ष्या हो तो प्रेम ही नहीं है; फिर…
गायत्री मंत्र के एक-एक शब्द में बड़े गहरे अर्थ भरे हैं: ओशो
ओम भूर्भुवः स्व: तत्सवितुर् वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि: धियो योनः प्रचोदयात्।। वह…