अर्चना कुमारी। द्वारका में स्थित श्रीरुक्मिणी द्वारकाधीश इस्कॉन मंदिर में चंदन यात्रा की शुरुआत की गई , जो अगले महीने 13 मई तक चलेगी। इस कार्यक्रम को लेकर कई तरह के इंतजाम किए गए। इस्कॉन के सेवादार प्रीतम दास ने बताया की इसी दिन से पुरी की जगन्नाथ यात्रा के रथ के निर्माण की शुरुआत भी होती है।
इस दिन से भगवान श्रीकृष्ण के शरीर पर चंदन का लेप लगाया जाता है, जिसे चंदन यात्रा के नाम से जाना जाता है। इस अवसर पर शाम को चंदन पेस्ट प्रतियोगिता “मेरा चंदन उसके चंदन से कम कैसे” भी आयोजित किया गया। तुला दान, अक्षय पात्र और सेल्फी प्वाइंट जैसे कार्यक्रमों के बीच भक्तों ने इस वीकेंड का आनंद लिया। श्रद्धालु अपने अपने परिवार सहित इस्कॉन द्वारका में पहुंचे और इस उत्सव में भाग लेकर आनंद उठाया। उन्हें प्रसादम के रूप में पोहा दिया गया और घर ले जाने के लिए भक्तों ने भगवान कृष्ण का पसंदीदा पोहा खरीदना न भूले।
ऐसी मान्यता है, की भगवान कृष्ण और सुदामा के मिलन का दिन भी अक्षय तृतया है। इस दिन ही गरीब सुदामा पत्नी के कहने पर तीन मुट्ठी पोहा लेकर अपने मित्र द्वारकाधीश से मिलने गए थे। भगवान ने प्रेम स्वरूप उसे ग्रहण किया और अनन्य भेंट प्रदान कर उनका असीम आभार प्रकट किया था।