अर्चना कुमारी। फ्री कश्मीर और भगवा जलेगा नारे जैसे नारे जेएनयू में लिखे गए लेकिन विवादित नारे अब मिटाया गया, और जांच के निर्देश दिए गए । विवादित नारे को लेकर चर्चा में आने वाले जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में एक बार फिर विवादित स्लोगन लिखे जाने की घटना सामने आई ।
बताया जाता है जेएनयू की दीवारों पर फिर विवादित स्लोगन लिखे पाए गए हैं और पुलिस को मामले की जानकारी मिली। जेएनयू कैम्पस में भारतीय जनता पार्टी, प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी और कश्मीर को लेकर विवादित स्लोगन लिखे पाए गए हैं. लेकिन ये स्लोगन किसने लिखे, इसके पीछे किसका हाथ है इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है, इसकी जांच की जा रही है।

आशंका है इसके पीछे वामपंथी हो सकते है, रविवार सुबह जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेज की दीवारों पर कई विवादित स्लोगन लिखे पाए गए । दीवारों पर भगवा जलेगा जैसे विवादित नारे लिखे पाए गए। नीली स्याही से लिखे गए नाम पर लाल स्याही पोती गई है। जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेज कैंपस में दीवार पर ‘फ्री कश्मीर‘ और आईओके (भारत अधिकृत कश्मीर)‘ भी जैसे स्लोगन लिखे गए थे।



कई जगह फर्श पर भी नीले पेंट से ये स्लोगन लिखे गए हैं। प्रशासन की ओर से भी अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। इन दीवारों को साफ कराने और जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। ज्ञात हो पूर्व में भी यहां जाति विशेष पर टिप्पणी की गई थी। इस मामले में एबीवीपी ने जेएनयू के प्रॉक्टर को पत्र लिख जांच और दोषी पाये जाने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
प्रॉक्टर को लिखे पत्र में कहा गया है कि कुछ साल पहले स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा को भी भगवा जलेगा‘‘ के नारों से रंग दिया गया। ऐसी शर्मनाक घटनाएं हमारी प्रतिष्ठित संस्था का नाम खराब करती हैं। जेएनयू प्रशासन और सुरक्षा तंत्र को इस पर नजर रखनी चाहिए। एबीवीपी ने कहा है कि हम जेएनयू के प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग करते हैं। साथ ही ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति के लिए सीएसओ को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।