Archana Kumari. कोई शख्स कितना सिरफिरा हो सकता है और उसके दिल में किस हद तक बदले की भावना छिपी है, इसका जीता जागता नमूना इंद्रपुरी इलाके में सामने आया जब एक एक शख्स ने मछली में थैलियम जहर मिलाकर पत्नी, सास, साली, ससुर और घरेलू नौकरानी को खिला दिया।
इसके चलते सिरफिरे शख्स की सास व साली की मौत हो गई, जबकि आरोपी की पत्नी जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है। बताया जाता है कि ससुर पर भी जहर का असर चढ़ रहा है जो डॉक्टर की लगातार निगरानी में है।
दिल्ली पुलिस के अनुसार 22 मार्च को यह मामला सामने आने के बाद पुलिस ने इस केस में आरोपी वरुण अरोड़ा को धर दबोचा है और इस तरह वह कातिल दामाद बन गया । शातिर आरोपी ग्रेटर कैलाश पार्ट का रहने वाला है।
इसके घर से पुलिस ने बोटल में भरा थैलियम जहर और उसका मोबाइल जब्त किया है। दिल्ली पुलिस की जांच में यह बात समाने आई है, आरोपी दमाद पत्नी द्वारा गर्भपात कराए जाने से खासा नाराज था।
पूछताछ में आरोपी वरुण ने खुलासा किया वह ससुराल के लोगों को मारने की साजिश काफी समय से रच रहा था। इसके लिए उन्हें कैसे मारा जाए इसके लिए उसने इंटरनेट भी खूब सर्च किया।
आखिर में उसे इन लोगों को मारने का रास्ता एक किताब के जरिए मिल गया। उसने तानाशाह रहे सद्दाम हुसैन के बारे में किताब पढ़ी, जिससे उसे पता चला कैसे सद्दाम हुसैन अपने विरोधियों को मारने के लिए थैलियम जहर का इस्तेमाल करता था। जिसके बाद उसने यह फार्मूला अपनाया
पुलिस ने बताया 22 मार्च को सूचना मिली थी सर गंगा राम अस्पताल में अनीता देवी शर्मा की उपचार के दौरान मौत हो गई है। वह इंद्रपुरी की रहने वाली थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद उनकी मौत के पीछे डॉक्टरों ने थैलियम जहर को वजह बताया।
जांच में पाया गया कि थैलियम जहर धीरे धीरे जान लेता है। जांच के दौरान पता चला मृतका अनीता की बेटी दिव्या भी इसी हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती है। उसे भी थैलियम जहर दिया गया था।
इंद्रपुरी पुलिस को यह भी जानकारी मिली अनीता की बेटी प्रिंयका की 15 फरवरी को बीएल कपूर हॉस्पिटल में मौत हो चुकी है। उसकी मौत के पीछे भी थैलियम जहर के लक्षण पाए गए थे।
वहीं मृतका के पति देवेन्द्र मोहन शर्मा और घर की मेड भी इसी जहर की चपेट में आए थे। इस तरह का सुराग मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी को पकड़ लिया।पुलिस का कहना है कि अनीता के शव का राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डॉक्टरों के एक बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया।
क्राइम और फॉरेन्सिक टीम ने अनीता के घर जाकर जांच पड़ताल की। पुलिस की जांच कार्रवाई में यह बात सामने आई अनीता का दामाद वरुण अरोडा जनवरी के आखिरी दिनों में उनके घर आया था। वह मछली लेकर आया था।
उसने मछली बनाकर घर पर मौजूद सभी लोगों को खिलाई थी। उस दिन खुद उसने खुद दांत दर्द का बहाना बनाकर मछली नहीं खाई और ना ही अपने बच्चों को खाने दी।पुलिस ने संदेह होने पर आरोपी वरुण अरोड़ा को पकड़ पूछताछ की।
शुरु में उसने पुलिस को बरगलाने का प्रयास किया लेकिन गहन पूछताछ में वह टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपी को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है और पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया जहां से उसे तिहाड़ भेज दिया गया।
जेल जाने से पहले आरोपी ने पूछताछ में बताया उसकी पत्नी पिछले वर्ष गर्भवती हुई थी। कुछ परेशानी होने पर डॉक्टर की सलाह पर दिव्या ने उससे बिना पूछे गर्भपात करवा लिया था।
इस बात को लेकर दंपति के बीच खटास पैदा हो गई और नौबत मारपीट तक पहुंच गई। दिव्या पति से नाराज होकर अपने दोनों बच्चों को लेकर मायके आ गई थी। कहा ये भी जा रहा है कि आरोपी के किसी महिला से सम्बंध भी हैं।
आरोपी के ससुर का इलाज घर पर ही चल रहा है। जबकि इनके घर काम करने वाली मेड को उसके परिजन इलाज के बाद अपने मूल निवास कोलकाता लेकर चले गए। पुलिस उससे पूछताछ करने कोलकाता भेजी गई है जबकि आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है।