अर्चना कुमारी। डी कंपनी सरगना जिसे पाकिस्तान में भारत से भागने पर पनाह मिली उस दाऊद इब्राहिम को कथित तौर पर घर के भीतर ही जहर देकर मार देने की बात सामने आई है। तमाम सुरक्षा एजेंसी उसे पकड़ने में सफल नहीं हुई जबकि वो मोस्ट वॉन्टेड बना रहा।
सूत्र बताते हैं की आज सोमवार को भी दाऊद इब्राहिम की हालत गंभीर बताई जा रही है।हालांकि अभी तक मौत की औपचारिक तौर पर पाकिस्तान द्वारा नहीं की गई है पुष्टि।दाऊद इब्राहिम करीब 30 साल से फरार चल रहा है।लेकिन अब पता चला है कई साल से पाकिस्तान में रह रहे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गंभीर हालत में कराची के एक अस्पताल में भर्ती होने या उसके मर जाने का दावा किया है। हालांकि इन रिपोर्ट की पुष्टि नहीं हो सकी है।
वहीं पाकिस्तान और भारत में कई सोशल मीडिया अकाउंट पर दाऊद के मर जाने का भी दावा किया गया है। पाकिस्तान के पीएम के अनवारुल हक के नाम से बने एक ट्विटर हैंडल पर भी दाऊद की मौत की बात लिखी गई है, जो काफी वायरल हो रही है। हालांकि ये हैंडल फर्जी बताया जाता है। 67 साल के दाऊद इब्राहिम पर भारत में कई केस हैं, जिनसे बचते हुए वह कई सालों से कराची में रह रहा है।फिलहाल दाऊद इब्राहिम किस अस्पताल में हैं और वह जिंदा है या नहीं, इस पर रहस्य है।
इसकी वजह ये है कि पाकिस्तानी और भारतीय दोनों देशों ने आधिकारिक तौर पर इस खबर की पुष्टि नहीं की है। मोस्ट वान्टेड लिस्ट में शामिल दाऊद इब्राहिम पर संगठित अपराध, आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी सहित विभिन्न आपराधिक गतिविधियों से जुड़े होने के मामले दर्ज हैं। वह 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है, जिसमें 250 से अधिक लोगों की जान चली गई और हजारों लोग घायल हो गए।
भारत के भागने के बाद दाऊद को कराची में आश्रय मिला , जहां वह कड़ी सुरक्षा में रहता है। एक समय मुंबई के अंडरवर्ल्ड के सरगना रहा दाऊद इब्राहिम काफी समय से बीमार है। वह ठीक से चल भी नहीं पाता है, उसको छड़ी के सहारे की जरूरत पड़ती है।यदि दाऊद को जहर दिए जाने और उसके मरने की खबर सही भी है तो पाकिस्तान आधिकारिक तौर पर इसे नहीं मानेगा।
इन्टरनेट पर यह भी दावा किया जा रहा है कि दाऊद इब्राहिम की मौत के कारण पाकिस्तान में इन्टरनेट सेवाएँ बंद कर दी गई हैं। लेकिन ये दावा भी सही प्रतीत नही हुआ।पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) अध्यक्ष इमरान खान की थी वर्चुअल रैली आयोजित।इसकी वजह से माहौल खराब ना हो, इसलिए रैली से ठीक पहले इंटरनेट सेवाएं कर दी गई थी बंद।पाकिस्तान में कुछ लोग इसे दाऊद इब्राहिम से जोड़कर भी देख रहे हैं।लेकिन सच क्या है,इसका इंतजार किया जा रहा।