अर्चना कुमारी। लेबनान की दक्षिणी सीमा पर इजरायली बलों के साथ संघर्ष में हिजबुल्लाह लड़ाका मारा गया। बेरूत में स्पष्ट तौर पर एक इजराइली हमले में मंगलवार को हमास के नंबर दो राजनीतिक नेता की मौत का दावा किया। इससे आतंकवादी संगठन की जवाबी कार्रवाई और मध्य पूर्व में संघर्ष का खतरा बढ गया है। सालेह अरौरी इजराइल के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से मारे गए हमास के सबसे वरिष्ठ नेता थे। वह समूह की सैन्य शाखा के संस्थापक भी थे।
उनकी मौत के बाद लेबनान के शक्तिशाली हिजबुल्ला द्वारा बड़ी जवाबी कार्रवाई की आशंका है। यह हमला हिजबुल्ला के गढ बेरूत के शिया बहुल जिले में एक इमारत के अपार्टमेंट पर हुआ। हिजबुल्ला नेता सैय्यद हसन नसरल्ला ने लेबनान में फलस्तीनी अधिकारियों को निशाना बनाने वाले किसी भी इजराइली हमले के खिलाफ जवाबी हमला करने का संकल्प जताया ।
ज्ञात हो लगभग तीन महीने पहले गाजा में इजराइल का सैन्य अभियान शुरू होने के बाद से हिजबुल्ला और इजराइली सेना इजराइल-लेबनानी सीमा पर लगभग रोजाना गोलीबारी कर रहे हैं। हालांकि हिजबुल्ला बड़ी कार्रवाई से अब तक दूर रहा है। लेकिन, एक बड़ी कार्रवाई इजराइल की उत्तरी सीमा पर संघर्ष को पूरी तरह से युद्ध में बदल सकती है। लेबनान की सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने कहा कि हमला एक इजराइली ड्रोन द्वारा किया गया था।
इजराइली अधिकारियों ने घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इजराइली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने सीधे तौर पर अरौरी की मौत का जिक्र नहीं किया, लेकिन कहा, हम हमास के खिलाफ लड़ाई पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और केंद्रित करते रहेंगे।यह हत्या अमेरिकी विदेश मंत्री की क्षेत्र की यात्रा से पहले हुई है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में हमले को तब तक जारी रखने का संकल्प लिया हुआ है जब तक कि हमास को पूरी तरह तबाह नहीं कर दिया जाता और गाजा में आतंकवादी समूह द्वारा बंधक बनाए गए 100 से अधिक बंधकों को मुक्त नहीं किया जाता।
नेतन्याहू ने कहा है कि इसमें कई और महीने लग सकते हैं। उल्लेखनीय है कि लेबनान-इजरायल सीमा पर आठ अक्टूबर, 2023 से तनाव बढ़ रहा है, जब पिछले दिन लेबनानी समूह हिजबुल्लाह ने इजरायल पर हमास के हमले के समर्थन में इजरायल की ओर रॉकेट दागे थे, जिसके जवाब में इजरायल ने दक्षिणपूर्वी लेबनान की ओर गोलीबारी कर रही है।