अर्चना कुमारी। केजरीवाल आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय के तीसरे समन पर भी उपस्थित नहीं हुए। समन को नजरअंदाज करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जांच एजेंसी को लिखा कि वह राज्यसभा चुनाव और गणतंत्र दिवस की तैयारियों में व्यस्त हैं, लेकिन एजेंसी की किसी भी प्रश्नावली का जवाब देने के लिए तैयार हैं।
आप ने आरोप लगाया कि बार-बार नोटिस भेजना उन्हें गिरफ्तार करने और लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकने की साजिश का हिस्सा है। भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल की तरह मनीष सिसोदिया और संजयं सिंह भी ईडी के नोटिस को गलत बताते थे लेकिन उन्हें एजेंसी के सामने पेश होना पड़ा ओर आज प्रयासों के बावजूद जमानत मिलना तो दूर उन्हें हर अदालत में फटकार मिल रही है।
भाजपा नेता ने दावा किया कि अगर केजरीवाल को ईडी का नोटिस गलत लगता है तो उन्हें अदालत जाना चाहिए लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे। ज्ञात हो‘आप’ प्रमुख केजरीवाल ने एजेंसी से अपने पहले के पत्रों का जवाब देने के लिए कहा है। जिसमें उन्होंने कथित पूछताछ/जांच के लिए बुलाए जाने से जुड़े वास्तविक इरादे और इस पूछताछ की प्रकृति और दायरे को लेकर स्पष्टीकरण मांगा था।
उन्होंने समन के जवाब में कहा, महत्वपूर्ण पहलुओं पर आपकी चुप्पी मुझे यह निष्कर्ष निकालने के लिए प्रेरित करती है कि आप अनुचित गोपनीयता बनाए हुए हैं और वर्तमान मामले में अपारदर्शी और मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं। सनद रहे केजरीवाल ने इससे पहले दो नवंबर और 21 दिसंबर के दो समन पर संघीय एजेंसी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था और नोटिस को ‘अवैध’ और ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया था।
केजरीवाल ने कहा कि यदि एजेंसी उनसे कोई जानकारी मांगती है, तो उन्हें किसी प्रश्नावली का जवाब देने में प्रसन्नता होगी। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि समन उन तक पहुंचने से पहले ही मीडिया में प्रसारित हो चुका होता है। उन्होंने कहा, इससे सवाल उठता है कि क्या समन का उद्देश्य कोई वैध पूछताछ करना है या मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करना है।