अर्चना कुमारी। तेलंगाना की डॉक्टर प्रीति जो एक दलित लड़की थी उसका निधन हो गया। बताया जाता है कि डॉ प्रीति एक बेहद गरीब दलित परिवार से थी और उसके पिताजी मजदूरी करते थे।
दावा किया गया है कि उसने बिना कोचिंग के नीट क्वालीफाई किया था और वारंगल के काकथिया मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में दाखिला लिया था । आरोप है कि कॉलेज का सीनियर छात्र मोहम्मद सैफ प्रीति के ऊपर बुरी नजर डालता था और उसे काफी परेशान करता था और उसे गंदे और अभद्र मैसेज भेजता था।
परेशान होकर डॉ प्रीति ने इसकी शिकायत कालेज प्रशासन से किया यहां तक कि तेलंगाना सरकार से किया लेकिन तेलंगाना सरकार इस्लाम परस्त सरकार है। बताया जाता है कि पूरी सरकार असदुद्दीन ओवैसी और अकबरुद्दीन ओवैसी चलाते हैं इसलिए डॉ प्रीति के शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बताया गया है कि प्रीति के शिकायत पर कोई कार्रवाई ना होते देख मोहम्मद सैफ का हौसला बढ़ गया फिर मोहम्मद सैफ प्रीति के कमरे में घुस आया और उसके साथ छेड़खानी किया डॉ प्रीति ने एक सुसाइड नोट लिखकर खुद को जहर का इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या कर लिया । अब कोई भी दलित एक्टिविस्ट इस घटना पर कुछ नहीं बोल रहा और भीम -मीम का के नारे देने वाले चुप हो गए हैं