अर्चना कुमारी। वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के भीतर मिले शिवलिंग को लेकर डीयू के प्रोफेसर रतनलाल ने बेहद अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी पर उनकी आलोचना की गई और उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया था। इसके बाद रतन लाल ने घबराकर सुरक्षा की मांग करते हुए एके 56 राइफल मुहैया कराने का अनुरोध किया था।
अलबत्ता उन्हें सुरक्षा तो मिली नहीं लेकिन अब उन्हें हिंदू धर्म को अपमानित करने के चलते गिरफ्तार कर लिया गया । सूत्रों का दावा है कि पुलिस हिरासत में भी प्रोफ़ेसर की हैकरी कुछ कम नहीं हुई है और वह अभी भी शिवलिंग को लेकर अनाप-शनाप बक रहा है। लेकिन फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी हुई है। गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने मस्जिद परिसर में मिले शिवलिंग को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। रतनलाल नामक इतिहास के प्रोफेसर द्वारा इस बेहूदा टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना होने लगी।
हिंदू धर्म से जुड़े लोगों ने आरोप लगाया कि प्रोफेसर रतन लाल ने जानबूझकर शिवलिंग का मजाक उड़ाया। मामला सुर्खियों में आया तब इस घटना के बाद उत्तर-पश्चिम जिला के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने उत्तरी जिला के साइबर थाने में प्रोफेसर के खिलाफ धार्मिक विश्वास का अपमान और धार्मिक भावाओं को आहत करने का आरोप मामला दर्ज करवा दिया।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 295ए और 153ए का मामला दर्ज कर प्रोफ़ेसर को पूछताछ में शामिल होने का नोटिस दिया और जब वह उपस्थित नहीं हुए तो उन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया । मामला दर्ज होने के बाद उनके समर्थक तथा वाम संगठन आइसा के कुछ कार्यकर्ताओं ने साइबर थाने के बाहर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
इस मामले के शिकायतकर्ता शिवल भल्ला (38) आरोपी प्रोफ़ेसर के पकड़े जाने के बाद खुशी जाहिर की है और उनका कहना था कि हिंदू कॉलेज में इतिहास के प्रोफेसर रतन लाल ने फेसबुक पर वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की । फेसबुक पर उन्होंने रतन लाल की पोस्ट को देखा। पोस्ट में शिवलिंग की फोटो , उसके आगे लिखा था कि ‘ यदि यह शिवलिंग है तो लगता है कि शायद शिवजी का भी खतना कर दिया गया’। पोस्ट पढ़कर उनको बहुत गुस्सा आया। इसको पढ़ने के बाद उनकी और देश के करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई। उनको मानसिक ठेस पहुंची। इस वजह से उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस में की थी जबकि इसी मामले को लेकर अधिवक्ता विनीत जिंदल ने भी शिकायत कर रखी है।