आईएसडी नेटवर्क। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी के चौंकाने वाले दावे के बाद सोशल मीडिया शाहरुख़ खान की प्रशंसाओं से भर गया है। स्वामी ने मंगलवार को दावा किया था कि कतर की जेल में बंद भारतीय नौ सेना के आठ पूर्व सैनिकों को रिहा करवाने में शाहरुख़ खान की अहम भूमिका रही है। इस दावे के तुरंत बाद शाहरुख़ खान की ओर से इस दावे का खंडन भी कर दिया गया। क़तर की जेल में बंद नौ सैनिकों की रिहाई के लिए केंद्र सरकार पर लगातार दबाव आ रहा था। देश के हिंदुत्ववादी समूहों और इकलौती राजनीतिक पार्टी एकम सनातन भारत केंद्र पर लगातार दबाव बनाए हुए था। स्वामी के दावे के बाद मैन स्ट्रीम मीडिया और सोशल मीडिया पर इसकी खूब चर्चा हो रही है।
भारतीय नौ सेना के आठ पूर्व सैनिक कैप्टन नवतेज गिल और सौरभ वशिष्ठ, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, अमित नागपाल, एसके गुप्ता, बीके वर्मा और सुगुनाकर पकाला और नाविक रागेश दोहा में अल दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजी में कार्य कर रहे थे। पिछले साल क़तर के एक न्यायालय ने जासूसी के आरोप ने इन पूर्व सैनिकों को मौत की सजा सुना दी थी। इसके बाद भारत सरकार अपने स्तर पर इन्हे छुड़ाने के प्रयास करती रही लेकिन सफलता नहीं मिली। भारत की अपील के बाद मृत्युदंड न देकर तीन साल से लेकर 25 वर्ष तक की कैद की सजा सुना दी गई थी। इन लोगों को सन 2023 के अगस्त में गिरफ्तार कर लिया गया था।
इसके तुरंत बाद भारत के नव गठित राजनीतिक दल ‘एकम सनातन भारत दल ‘ ने इस पर सबसे पहले संज्ञान लिया और कड़ा रुख अपनाया। नवंबर 2023 में एकम सनातन भारत दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व वायु सैन्याधिकारी विंग कमांडर पुष्कल द्विवेदी ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी थी कि यदि जल्दी ही हमारे सैनिकों को रिहा न करवाया गया तो ऐसे दस लोकसभा सीट्स पर भाजपा को हारने का काम करेंगे, जहाँ अधिक संख्या में सैनिक और पूर्व सैनिक रहते हैं। सैनिकों के पीड़ित परिवारों ने भी केंद्र सरकार की कार्यशैली की आलोचना की थी। शुरुआत में सरकार का रवैया इस मामले को लेकर बड़ा ही ढुल-मुल दिखाई दिया।
पीड़ित परिवारों के एक सदस्य ने दैनिक भास्कर समाचार पत्र से बात करते हुए कहा था कि इस मामले में चौदह महीनों से केंद्र सरकार का रवैया नींद में रहने जैसा है। शुरु में भारत सरकार की एप्रोच इस मामले में बड़ी खराब रही। भारतीय दूतावास ने इस प्रकरण को लेकर जो पहला वकील किया था, वह सही ढंग से दलीले पेश नहीं कर पा रहा था और इस कारण उसे बदलना पड़ा। सैनिकों की रिहाई के समय ही भारत और क़तर के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता किया गया है।
6 फरवरी को हुए इस समझौते के तहत भारत कतर से साल 2048 तक लिक्विफाइड नैचुरल गैस (LNG) खरीदेगा। समझौते और सैनिकों की रिहाई की टाइमिंग को लेकर भी सोशल मीडिया पर माहौल काफी गर्म है। अब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी के हास्यापद दावे को लेकर बहुत सी ख़बरें पटल पर आ रही है।
भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों की रिहाई में शाहरुख खान की भूमिका के दावे को लेकर उनकी मैनेजर पूजा ददलानी ने बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि ‘ शाहरुख़ की भागीदारी का दावा गलत है। सरकारी अधिकारियों ने भी इस मामले में शाहरुख खान की भागीदारी से मना किया हैं। इसके अलावा कूटनीति से जुड़े सभी मामलों के क्रियान्वयन को लेकर नेता अच्छी तरह से कर रहे हैं। कई अन्य भारतीयों की तरह मैं (शाहरुख खान) भी खुश हूं कि भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मी सुरक्षित है।