अर्चना कुमारी। कांग्रेस शासित राज्य भीलवाड़ा जहां पर रेप और हत्या के बाद मासूम लड़की को भट्टी में झोंक दिया गया था । उसके पिता ने उस वक्त सब्र को खो दिया जब लड़की का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। रेप और हत्या की जघन्य घटना में अपनी बेटी खो चुके पिता ने बेटी की जलती चिता पर कूदने की कोशिश की। स्थानीय लोगों का कहना है पीड़िता के पिता के सब्र का बांध उस वक्त टूट गया, जब उसने अपने कलेजे के टुकड़े की जलती हुई चिता देखी।
जलती चिता पर कूदने की कोशिश में पिता घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत अब खतरे से बाहर है। एक पुलिसकर्मी भीलवाड़ा गैंगरेप के बाद हत्या मामले में लापरवाही के लिए निलंबित किया जा चुका है लेकिन जिनकी बेटी मरी है उनको क्या इंसाफ मिल पाएगा। गौरतलब है कि 3-4 अगस्त को भीलवाड़ा के एक गांव में लड़की का आधा जला हुआ शरीर कोयले के भट्टी से मिला था।
अधजले शरीर हिस्से मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी। पता चला कि यहां एक नाबालिग लड़की की कथित तौर पर हत्या कर दी गई और बाद में उसे कोयला भट्ठी में जला दिया गया और स्थानीय लोगों ने दावा किया कि उसके साथ गैंगरेप भी किया गया था। नाबालिग लड़की उस समय लापता हो गई जब वह मवेशी चराने गई थी। एकांत जगह में लड़की को पकड़ आरोपियों ने उसके साथ कथित तौर पर गैंगरेप किया। बाद में पहचान न उजागर हो जाए ,इसके चलते उसे किसी धारदार हथियार से मारा । इस मामले में पुलिस ने बताया कि नाबालिग के शरीर के कुछ हिस्सों को कथित तौर पर भट्टी में जला दिया गया था, जबकि सभी सबूतों को नष्ट करने के लिए अन्य हिस्सों को पास के तालाब में फेंक दिया गया था।
भीलवाड़ा के एसपी आदर्श सिधू ने कहा कि आरोपियों को मौत की सजा मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। एसपी ने कहा कि हम फास्ट-ट्रैक कोर्ट के माध्यम से सभी आरोपियों के लिए मौत की सजा सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे। यह दुर्लभतम अपराधों में से सबसे दुर्लभ अपराध है। उन्होंने कहा कि अपराध में दस आरोपी शामिल थे, जिनमें छह पुरुष और चार महिलाएं शामिल थीं। मामला खुलने के बाद पुलिस ने अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
ज्ञात हो जिले के कोटड़ी थाना स्थित नरसिंगपुरा गांव में किशोरी अपने खेत में बकरियां चराने गई थी। दो मुख्य आरोपी पहले से ही खेत में बनी भट्टियों के पीछे छिपे थे। मौका पाकर पहले दोनों ही आरोपियों ने नाबालिग से गैंगरेप किया और उसके बाद उसे अचेत अवस्था में ही कोयले की जलती भट्टी में झोंक दिया। भट्टी में जब वह पूरी तरह नहीं जली तो आरोपियों ने उसके शरीर को धारदार हथियार से काटा और बोरे में भरकर खेत के पास बने तालाब में फेंक दिया
जांच में यह सामने आया है कि खेत पीड़िता के पिता का ही है। जो 4 महीने पहले आरोपियों के पिता को किराए पर दिया गया था। आरोपियों का परिवार शाहपुरा का रहने वाला है। खेत लेने के बाद वे पास ही झोपड़ी बनाकर वे रहने लगे थे।पुलिस ने बताया कि आरोपी दोपहर 2 बजे तक नाबालिग के साथ गैंगरेप करते रहे। इसके बाद जब किशोरी के लापता होने की सूचना पूरे गांव में फैल गई तो पकड़े जाने के डर से उसे मारने की योजना बनाई। दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने अपनी पत्नियों को घटना के बारे में जानकारी दी थी। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि नाबालिग को भट्टी में झोंकने के लिए भट्टी का गेट उनकी पत्नी ने ही खोला था।