अर्चना कुमारी। कोई महिला टीचर धर्म के लिए अपना अस्मत लुटा सकती है। आपका जवाब न होगा। लेकिन कानपुर में 10वीं के छात्र पर धर्मांतरण और यौन संबंध बनाने का महिला टीचर ने दबाव बनाया और इस तरह का आरोप छात्र के पिता ने लगाया है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक मिशनरी स्कूल की महिला टीचर पर इस तरह का आरोप लगाया गया है। उस पर 10वीं कक्षा के छात्र के साथ शारीरिक संबंध बनाने और फिर ईसाई धर्मांतरण के लिए ब्रेनवॉश करने का आरोप है।
छावनी थाने में इसे लेकर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। यह मामला एक ईसाई स्कूल का है। पीड़ित 16 वर्षीय छात्र के पिता ने शिकायत में कहा है कि परिवार को बच्चे की चैट के माध्यम से आता चला कि शिक्षिका ईसाई है और वो उनके बेटे पर मजहब अपनाने और शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बना रही थी।
पीड़ित पिता ने कहा जब विद्यालय में इस संबंध में शिकायत की गई तो अध्यापिका ने अपने उपर लगे आरोप को स्वीकार कर लिया और फिर उसके बाद बच्चे को परेशान करने के लिए उसका पता निकलवाने लगी, ताकि मामला न्यायालय तक न पहुँचे।इतना ही नहीं टीचर के भाई ने भी जान-माल को नुकसान पहुँचाने की धमकी दी थी। आरोप है कि उन्होंने कई अन्य छात्र-छात्राओं का भी स्कूल में धर्मांतरण कराया है। इसके साथ ही विरोधी पक्ष और कुछ मीडिया पोर्टलों पर पीड़ित बच्चे की तस्वीर वायरल करवाने का आरोप भी लगा है।
उसके पिता का कहना है उनके चैट भी वायरल हुए हैं। फेसबुक मैसेंजर के एक चैट में लड़का पूछ रहा है कि आप 7:10 में क्यों आओगी, जिस पर टीचर जवाब दे रही है कि हमें उसी समय पर बुलाया गया है। इसके बाद लड़का कहता है कि आओ जब भी आना है। इसके बाद अन्य चैट्स में बैकग्राउंड दिल की इमोजी वाला दिख रहा है। इसमें शिक्षिका ‘मिस यू, वॉन्ट यू’ लिख रही है, वहीं लड़का भी ‘आई लव यू’ लिख रहा है। एक चैट में हग करने की बात हो रही है। एक चैट में लड़का गुस्सा है, क्योंकि महिला टीचर ने किसी अन्य लड़के की तस्वीर लाइक की है।
इसके बाद फिर वो सफाई देती है कि जिसका पोस्ट उसने लिखे किया है, वो उसके भाई जैसा है। इस पर लड़का धमकी देता है कि वो भी हर लड़की के पोस्ट पर लाइक-कमेंट करेगा। एक चैट में महिला खुद का दिल टूटा हुआ बता रही है और हमेशा के लिए चली जाने की बात कर रही है। वो कहती है कि उसका दिल रो रहा है।
वो लिखती है, तुमने मुझे जीरो बना दिया, मैं बहुत अच्छा था।”यह संवाद क्या छात्र और महिला टीचर का हो सकता है लेकिन ऐसा ही हुआ है। अदालत भी विश्लेषण में पाया कि पीड़ित परिवार वाले दिए गए साक्ष्य और शिक्षिका के फोन में मिले सबूत मेल खा रहे थे।पीड़ित पिता ने ‘दो न्यूज पोर्टल के खिलाफ भी पुलिस में प्रार्थना पत्र देते हुए कहा है कि इन्होंने बच्चे की तस्वीर वायरल कर दी और उन्हे बदनाम किया। उनके खिलाफ करवाई की जाए।
इस बारे में बात करते हुए बच्चे के पिता ने बताया कि जब तक वो अपने बेटे को न्याय नहीं दिला देते, तब तक वो अपनी शिखा नहीं बाँधेंगे। उन्होंने बताया कि उनका एक बेटा और एक बेटी है। जहाँ बेटा छोटा है, वहीं बेटी बड़ी है। उन्होंने पुलिस पर आरोपी टीचर से रिश्वत लेकर बचाने का आरोप लगाया। इस मामले में अदालत ने पहल करते हुए मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। लेकिन पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने में एक सप्ताह की देरी कर दी।
उन्होंने थाना प्रभारी पर आरोप लगाया कि उनके खिलाफ जाँच रिपोर्ट तैयार की गई और उन पर ही उल्टा आरोप लगा दिया कि वो महिला के साथ संबंध बनाना चाहते हैं। पिता ने बताया कि थाना प्रभारी अजय सिंह ने इसके बाद शिक्षिका की तरफ से ही शिकायत ले ली। पीड़ित पिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र भेज कर मामले की जानकारी दी है। एक शिक्षक का भी नाम मामले सामने आया है, जिसके बारे में पीड़ित पिता ने कहा कि महिला टीचर पति को छोड़ कर उसके साथ रह रही है।उसने भी धमकी दी है।