अर्चना कुमारी । दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर जुमे की नमाज के बाद हुए प्रदर्शन के मामले में मध्य जिला पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस का कहना है कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी के बाद से लगातार विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है और कुछ लोग इसकी आड़ में हिंसा फैलाना चाहते हैं।
शुुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोग पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा व नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग रहे थे। दिल्ली के जामा मस्जिद पर इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई। करीब 15 से 20 मिनट हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस ने हालात संभालते हुए लोगों को वहां से हटा दिया। घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को प्रदर्शन के मामले में कार्रवाई की बात की ।
अब पुलिस ने इस संबंध में सरकारी आदेश के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि बिना अनुमति के विरोध-प्रदर्शन कर सरकारी आदेश का उल्लंघन हुआ है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मामले में और भी धाराएं जोड़ी जा सकती हैं। पुलिस का कहना है कि शुक्रवार जुमे की नमाज के बाद हुए प्रदर्शन के मामले में अभी किसी राजनीतिक दल या संगठन का नाम सामने नहीं हुआ है।
जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने भी प्रदर्शन के मामले से पलड़ा झाड़ लिया । उनका कहना था कि उन्हें नहीं पता कि किसने और किसके कहने पर प्रदर्शन किया। इससे पूर्व पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने बताया कि शुक्रवार को करीब 1500 लोग जामा मस्जिद में नमाज पढ़ने आए थे। नमाज खत्म हुई तो करीब 250-300 लोग बाहर गेट नंबर-1 की ओर आकर प्रदर्शन करने लगे।
आमूमन जामा मस्जिद के बाहर पुलिस बल तैनात रहता ही है। शुक्रवार को एहतियात के तौर पर और भी जवानों की तैनाती की गई थी। प्रदर्शन के फौरन बाद हालात पर काबू कर लोगों को वहां से हटा दिया। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद करीब 4 लोगों को गिरफ्तार कर कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।