अर्चना कुमारी। देशभर मे करोना मरीज अब कम आ रहे है लेकिन उनके साथ ठगी लगातार हो रही है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने ऐसे ही देशभर में एक हजार से अधिक लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले दो शातिर विदेशियों को गिरफ्तार किया । दावा है कि यह इंटरनेशनल गैंग दो करोड़ रुपए से अधिक की ठगी कर चुका है।
जबकि आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने इनके पास से 165 सिमकार्ड, 22 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, दो वाईफाई डोंगल और 4 डेबिट कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है यह इंटरनेशनल गैंग पहले विदेश से पार्सल के जरिए फैट रिडक्शन, दवाईयां आदि भेजने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करते थे, लेकिन कोरोना काल में अचानक से बढी ऑक्सीजन और जीवन रक्षक दवाईयों की मांग बढ़ने से अपना ठगी का तौर तरीका बदल दिया था ।
दिल्ली पुलिस का कहना है दोनों आरोपी मूलरुप से नाईजीरिया और घाना के रहने वाले हैं। पूछताछ के दौरान इनकी पहचान चीका बेनेथ (42) व जोनाथन कोजो (44) के तौर पर हुई।
जांच कार्रवाई में पता चला है कि 5 मई को एक पीड़ित ने इस मामले में एक शिकायत दर्ज करायी थी, जिसमें उसने बताया एक रिश्तेदार को ऑक्सीजन सिलेंडर की बेहद जरुरत थी। उसने सोशल मीडिया पर एक मोबाइल नंबर देखा, जिसमें सिलेंडर मुहैया करवाने का दावा किया गया था। लेकिन उनके साथ ठगी कर दी गई। इस बाबत उत्तर पूर्वी दिल्ली के ज्योति नगर थाने में केस दर्ज किया गया।
इसी तरह धोखाधड़ी के कई मामले दिल्ली के अलग अलग इलाकों में सामने आ चुके थे, जबकि बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से भी इस तरह की ठगी की शिकायत मिली। इस रैकेट में जो -जो मोबाइल नंबर का इस्तेमाल हुआ। इस जानकारी के बाद दोनों विदेशी आरोपियों को दक्षिणी दिल्ली से धर दबोचा गया।
पूछताछ में पता चला है कि आरोपी चीका बेनेथ ने बताया वह साल 2010 से भारत में रह रहा है। पहले वह विदेश से गिफ्ट पार्सल, दवाईयां आदि भेजने के नाम पर ठगी करता था। लेकिन कोरोना संकट में उसने लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए धोखाधड़ी करने लगा। इसके लिए वह टि्वटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सएप आदि पर अपने मोबाइल नंबर छोड़ देते थे।
जो लोग उनसे संपर्क करते उनके साथ ठगी कर देता था । इसके लिए आरोपी पहले एडवांस में रुपए मंगाते फिर बिना कोई सुविधा दिए अपना मोबाइल बंद कर लेते थे, इस रैकेट में कुछ और विदेशी शामिल है जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।