अर्चना कुमारी। शाहजहांपुर में सहेली की बहन ने दलित किशोरी को जाल में फसाया और तनवीर तथा दिलबाग से रेप करा दिया। मित्रता के बहाने निशा ने अपने प्रेमी तनवीर व उसके दोस्त दिलबाग से परिचय कराया। इसके बाद दबाव बनाकर उसे दोनों हैवान दलित लड़की की अस्मत लुटते रहे । तीन महीने से दलित लड़की उससे दुष्कर्म कर रहे थे, इतना ही नहीं धमकाते थे कि किसी को बताया तो उसके परिजनों की हत्या कर दी जाएगी।
रविवार को भी यही हुआ तो आहत किशोरी सुधबुध खो बैठी। सोमवार देर रात वह सड़क पर भटकती मिली। इसके बाद मंगलवार सुबह उसके पिता ने निशा, मोहम्मद तनवीर और दिलबाग के विरुद्ध सामूहिक दुष्कर्म, पाक्सो एक्ट, षड्यंत्र रचने, धमकाने और एससी-एसटी एक्ट के अंतर्गत प्राथमिकी लिखाई। आरोप है कि निशा ने कपड़े बदलते समय छात्रा के फोटो खींच लिए थे। इस के बाद वह ब्लैकमेलिंग करती रही।
कक्षा 11 की छात्रा दलित है और उसके पिता ने पुलिस को बताया कि बेटी की सहपाठी मुस्लिम किशोरी से दोस्ती थी इसलिए दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना था। सहेली की बहन निशा भी उससे बातचीत करती थी। तीन महीने पहले उसने प्रेमी तनवीर से फोन पर बात कराई।कुछ दिन बाद दिलबाग से भी मिलवाया। मित्रता के बहाने तनवीर ने छात्रा को अकेले बुलाया और दुष्कर्म किया।
इसके बाद धमकाने लगा कि किसी को बताया तो परिणाम भुगतना होगा। इसका फायदा उठाकर निशा के इशारे पर दिलबाग ने भी दुष्कर्म किया। चंगुल में फंसी छात्रा विरोध भी नहीं कर सकी। रविवार दोपहर को भी वह निशा के बुलाने पर गई थी। देर शाम तक वापस नहीं लौटने पर तलाश किया, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। निशा ने भी सही जवाब नहीं दिया।
पीड़ित के पिता के अनुसार, सोमवार रात को पुलिस से सूचना मिली कि बेटी सड़क पर बेसुध मिली है।वह बोलने की स्थिति में नहीं थी। घर ले जाकर उसे समझाया तो फफक पड़ी और घटनाक्रम बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि निशा ने षड्यंत्र रचा है। किशोरी को पहले बहकावे में लिया, इसके बाद अपने प्रेमी से मित्रता का नाटक रचा। पुलिस के अनुसार, निशा का परिवार सब्जी बेचकर गुजारा करता है। संभव है कि उसने रुपयों के लालच में किशोरी को दोनों मुस्लिमों के हवाले कर दिया। अभी कोई आरोपी पकड़ा न गया है