अर्चना कुमारी ऐतिहासिक रामलीला मैदान में इंडिया समूह के नेतृत्व में खूब नेता जुटे और नरेंद्र मोदी पर लोक तंत्र और संविधान कुचलने का आरोप लगाते हुए एकजुटता से संघर्ष करने का संकल्प व्यक्त किया।
इंडिया समूह ने भारतीय जनता पार्टी( भाजपा) की सरकार की कथित जन विरोधी नीतियों और श्री मोदी की कथित तानाशाही के विरोध में लोकतंत्र बचाओ रैली का आयोजन किया और लगातार संघर्ष करने की हुंकार भरी।
महारैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजरुन खड़गे, पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव,राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद गुट) के शरद पवार, शिवसेना (उद्धव गुट) के उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा की कल्पना सोरेन, झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, आम आदमी पार्टी के गोपाल राय, केजरीवाल की धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी राजा, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी,नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती और द्रविड़ मुने कषगम के तिरुचि शिवा समेत 28 पार्टियों के नेता शामिल हुए।
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों ने इस महारैली का आयोजन दिल्ली के मुख्यममंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी, भाजपा की केंद्र सरकार की कथित तानाशाही, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार के विरोध में किया।
महारैली में दोनों की तत्काल रिहाई, चुनावी बाँड की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय की निगरानी में विशेष कार्यबल का गठन और चुनाव आयोग को स्वतां रूप से काम करने देने की मांग की गयी। सभी दलों ने भाजपा के विरुद्ध एकजुटता से संघर्ष करने का संकल्प व्यक्त किया।
रामलीला मैदान में नेताओ का जमावड़ा !
राजधानी दिल्ली में लंबे समय तक अपराध संवाददाता के रूप में कार्य का अनुभव। अर्चना विभिन्न समाचार पत्रों तथा न्यूज़ चैनल में काम कर चुकी हैं। फिलहाल स्वतंत्र पत्रकारिता।
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