अर्चना कुमारी। हिंदूवादी नेताओं को टारगेट किए जाने के अलावा दिवाली, दुर्गा पूजा और रामलीला के दौरान धमाका करना आतंकियों के मंसूबे में शामिल था, जिससे हिंदू धर्म के लोगों को अधिक जानमाल का नुकसान हो पाए। पुलिस का कहना है कि इनमें से दो आतंवादियों को पाकिस्तान खुफिया एजंसी आइएसआइ ने प्रशिक्षण दिया है। जबकि इस मॉड्यूल के तार अंडरवर्ल्ड दाउद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम से जुड़े हैं।
छानबीन में पता चला है कि दाऊद इब्राहिम और उसका भाई इन आतंकियों को फंडिंग कर रहा था। इन आतंकियों की निशानदेही पर पुलिस ने तैयार विस्फोटक (आइईडी), इटली के हथियार और कारतूस जब्त किए हैं। इन आतंकियों की योजना आरडीएक्स और आईआईडी के साथ विस्फोट कर हजारों लोगों को नुकसान पहुंचाना था।
इनमें से महाराष्ट निवासी जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर कालिया (47), अबू फजल एंक्लेव, जामिया नगर, दिल्ली निवासी ओसामा उर्फ समी (22), रायबरेली, उत्तर प्रदेश निवासी मूलचंद उर्फ लाल (47), जीबी नगर, इलाहाबाद निवासी जीशन कमर (28), बहराईच, उत्तर प्रदेश निवासी मोहम्मद अबू बकर (23) और प्रेमवती नगर, बक्सी का तालाब, लखनऊ उत्तर प्रदेश निवासी मोहम्मद आमिर जावेद (31) हार्डकोर आतंकी बताए जाते हैं ।
इनमें से पुलिस ने सूचना के आधार पर सबसे पहले जान मोहम्मद को कोटा से चलती ट्रेन से दबोचा, जब वह मुंबई से लौट रहा था। ओसामा और मोहम्मद अबू बकर को दिल्ली के जामिया नगर और सराय काले खां से पकड़ा गया । बाकी आतंकियों को दिल्ली पुलिस की टीम ने उत्तर प्रदेश पुलिस की एटीएस के साथ संयुक्त रूप से छापामारी कर लखनऊ बहराइच तथा रायबरेली से दबोचा।
पाकिस्तान संचालित यह मॉड्यूल देश के कई हिस्सों में आगामी दिनों में त्योहार के दौरान आतंकी घटना को अंजाम देने के फिराक में था ताकि हिंदू लोगों को अधिक से अधिक मारा जा सके। यह मॉड्यूल दो तरह से काम कर रहा था। कुछ लोगों को जिम्मेदारी दी गई थी कि वे उन स्थानों की रैकी करें, जहां पर त्योहार खासकर रामलीला और दुर्गा पूजा के दौरान बहुत भीड़ होती है।
दूसरे मॉड्यलू को हथियार – विस्फोटक का इंतजाम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। आतंकी ओसामा और जीशान प्रशिक्षण लेने के लिए मस्कट के रास्ते पाकिस्तान गए थे, जहां पर आइएसआइ के अधिकारियों ने उन्हें प्रशिक्षत किया था। ये दोनों दिल्ली और उत्तर प्रदेश में ऐसे ठिकानों की तलाश में थे, जहां आतंकी हमले को अंजाम दिया जाए। इनमें से आतंकी जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर कालिया के तार अनीस इब्राहिम से जुड़ा था और उसी के कहने पर सारे स्लीपर सेल धमाका करने के लिए तैयार हो गए