अर्चना कुमारी। देवभूमि में जिसका डर था। वह अब हो रहा। दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश है लेकिन उपद्रव से उत्पन्न हिंसा में बड़ी संख्या में लोग जख्मी हुए हैं और करीब 6 लोगों की मौत हुई है। इनकी संख्या बढ़ सकती है क्योंकि घायलों की संख्या अधिक है। बताया जाता है अवैध मदरसे और नमाज स्थल को ध्वस्त करने के बाद उपद्रव शुरू हुआ। जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए। अब हल्द्वानी जिले में कर्फ्यू लगाया गया है और सेंट्रल फोर्स को तैनात किया गया है।
बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। उत्तराखंड का हल्द्वानी गुरुवार को अचानक ही नहीं सुलग उठा। अवैध भूमि पर बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को ध्वस्त करने के बाद प्लानिंग के साथ उपद्रव शुरू हो गया। बड़ी संख्या में लोग जख्मी हुए हैं, जबकि 6 लोगों के मौत की सूचना भी है। इस दौरान हुए पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए हैं। वहीं उपद्रवियों ने कई वाहनों में भी आग लगा दी है। इलाके की स्थिति तनावपूर्ण है। थाने को भी आग के हवाले किया गया। बढ़ती हिंसा को देखते हुए जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं।पुलिस को भी नहीं बख्शा गया। दौड़ाकर पीटा गया। खाकी भी खून से सन गई।
दंगे का शिकार बनीं एक महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि जब उपद्रव शुरू हुआ तो वे लोग जान बचाने के लिए पास के एक घर में घुस गए। उन्होंने बताया कि 15 से 20 की संख्या में वे लोग घर के अंदर गए। तभी बाहर उपद्रवियों ने आग लगाई और पथराव भी शुरू किया। काफी मुश्किल से जान बचाकर वहां से आए।अस्पताल में इलाज करा रहीं पुलिसकर्मी ने आगे बताया, ‘बहुत बुरी कंडीशन थी। चारों तरफ से पथराव हो रहे थे। गलियों से, घरों से, ऊपर छतों से पत्थरबाजी हो रही थी। बचना ही मुश्किल नजर आ रहा था। पत्थर और शीशे भी चलाए जा रहे थे। जिस आदमी ने हमें बचाया, उसके दरवाजे और मकान को तोड़ दिया।
फोर्स आई तब कहीं जाकर हम लोग मुश्किल से निकले। उस दौरान भी हमला हो रहा था।’फिलहाल 200 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हैं जबकि कई पत्रकार और नगर निगम के कर्मचारी भी घायल हैं। वहीं उपद्रवियों ने कई वाहनों में भी आग लगा दी है। इलाके की स्थिति तनावपूर्ण है। बढ़ती हिंसा को देखते हुए जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं हल्द्वानी में कल सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।ज्ञात हो बीते कई दिनों अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
गुरुवार को यहां के ‘मालिक के बगीचे’ इलाके में सरकारी जमीन पर बनी मस्जिद और मदरसा को ध्वस्त किया गया। इस दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प भी हुई। कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए।हालत इतने ज्यादा बिगड़ गए की अराजक तत्वों ने बनभूलपुरा थाने में पथराव कर दिया। कई सरकारी गाड़ियों को निजी गाड़ियों को आज के हवाले कर दिया है। सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला है कि बनभूलपुरा इलाके से कई राउंड फायरिंग भी की गई है।
इसी के साथ नैनीताल जिला प्रशासन ने दंगा प्रभावित क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है। वहीं दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए। डीएम बंदना सिंह ने भी कहा पुलिस ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया लेकिन उन पर हमला हुआ। अब पूरे मामले की जांच हो रही है।