अर्चना कुमारी। ग्रेटर नोएडा के बिलासपुर कस्बा निवासी एक बजरंग दल कार्यकर्ता की किडनैप के बाद हत्या कर दी गई। इसने इलाके में तनाव की स्थिति हो गई है। वैसे पुलिस का दावा है इस मामले में दो मलेक्ष को गिरफ्तार किया गया है। वैभव के परिजनों का कहना है की वैभव बजरंग दल से जुड़ा था।
आरोपी से वैभव का विवाद 22 जनवरी को शुरू हुआ था। जब वैभव ने राम मंदिर शिलान्यास को लेकर उसने स्टेटस डाला था। जिसके बाद आरोपी ने बाबरी मस्जिद की फोटो डालकर सर धड़ से अलग करने की बात लिखी थी। दावा किया गया सोशल मीडिया स्क्रीनशॉट में उर्दू में लिखा है कि अल्लाह हमेशा उन लोगों के साथ है, जो धैर्यवान है।
सब्र जब वक्त हमारा आएगा तब सिर धड़ से अलग किये जायेंगे।इसके बाद वैभव की हत्या हो गई। उसके पिता का कहना कि अपहरण के दो दिन पहले ही आरोपी वैभव के दोस्त बने थे। परिजनों ने आगे आरोप लगाया कि वैभव के गायब होने के बाद उन्होंने आशंका जताई थी दो मुस्लिमों ने उनके बच्चों का किडनैप किया है लेकिन पुलिस ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। इसी बीच मृतक की मां शालिनी और बहन तानिया, हर्षा और रिया का एक वीडियो भी सामने आया है जहाँ वह पुलिस पर गुस्सा हो रही हैं।
वैश्य समाज के लोगो द्वारा थाने के घेराव के बाद पुलिस ने बिलासपुर निवासी माज पठान और अयान को हिरासत में लिया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि दोनों ने उसकी हत्या कर शव को खेरली नहर में फेंक दिया । इसके बाद पुलिस आरोपियों को लेकर घटनास्थल पर गई तो वहां से उसकी चप्पल और कपड़े मिल गए हैं। लेकिन अभी तक वैभव का शव नहीं मिला है। ग्रेटर नोएडा के बिलासपुर निवासी व्यापारी अरुज सिंघल के बेटे वैभव (16) की हत्या कर उसके शव खेरली नहर में फेंक दिया गया था।
हैरानी की बात है नौ दिन से लापता वैभव की हत्या के आरोपी पकड़ा गया तब जब परिजनों ने बवाल काटा अब किराना व्यापारी अरुज सिंघल बेटे वैभव की हत्या से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। परिजन और व्यापारी पुलिस पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि पुलिस समय रहते मामले की गंभीरता से जांच करती तो आज उनका बेटा जिंदा होता। हत्या की खबर मिलने के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित होकर बाजार बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इस दौरान दनकौर-सिकंदराबाद मार्ग पर लंबा जाम लग गया। परिजनों ने बताया कि वैभव के मोबाइल की आखिरी लोकेशन खेरली नहर के पास मिली थी। अंतिम कॉल भी आरोपी माज पठान ने की थी। इसके बाद भी पुलिस ने वारदात का खुलासा करने में नौ दिन लगा दिए। परिजनों ने शव बरामद कर हत्या के आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की है।
वैभव की बड़ी बहन ने कहा कि वह शुरू से ही कह रही थी कि मोबाइल फोन की जांच की जाए, लेकिन पुलिस ने उनकी बात को अनसुना किया। बहन तानिया तथा हर्षा की शादी हो चुकी है, जबकि रिया नाबालिग है। मां शालिनी ब्यूटी पार्लर चलाती हैं, जबकि पिता अरुज सिंघल किराने की दुकान चलाते हैं। आरोपी पास में ही जूते की दुकान चलाते थे।
पुलिस और परिजन को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने वैभव के इंस्टाग्राम से एक मैसेज पोस्ट किया। जिसमें ऑफ टू जयपुर लिखा गया था। पुलिस ने वैभव के सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले तो उसे यह संदेश दिखा। इसे देख पुलिस यह मान रही थी कि वह घूमने के लिए जयपुर गया है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कई लोगों ने उन्हें वैभव के साथ देखा था। लोगों के शक से बचने के लिए उन्होंने इंस्ट्रग्राम पर पोस्ट डाला था।
परिजनों ने बताया कि पुलिस बार बार वैभव का किसी लड़की से चक्कर होने की बात कह कर मामले को टाल देती थी। व्यापारियों का आरोप है कि पुलिस अकसर उनके साथ ऐसा ही व्यवहार करती है।इस मामले पर एडीसीपी अशोक कुमार का बयान है कि वैभव हत्या मामले में जल्द ही पूरी घटना का खुलासा किया जाएगा।।