अर्चना कुमारी। बंगाल में मलेक्ष नंगा नाच का रहे क्योंकि ममता बनर्जी का उन्हे समर्थन हासिल है। एक बार फिर बंगाल में हिंदुओ पर हमला हुआ है। महादेव की मूर्तियां तोड़ी गई और भगवान राम के पोस्टर फाड़े गए। सनातन से चिढ़ रखने वाले कट्टरपंथी मुसलमानों ने हिन्दू घरों को निशाना बनाया है।
अब बंगाल के हावड़ा में सांप्रदायिक हिंसे भड़क रहे है। दरअसल अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान हावड़ा में दो पक्षों के बीच उपद्रव से तनाव पैदा हुआ था जो बढ़ते बढ़ते सांप्रदायिक हिंसा में बदल गयी है। मुस्लिम समुदाय के उपद्रवियों ने साजिश रचकर योजना बनाकर बुधवार रात हिंदुओं के कई घरों, दुकानों व शिव मंदिर पर पथराव शुरू कर दिया।
इतना ही नहीं पुलिस को भी निशाना बनाते हुए ईंट-पत्थर फेंके गए। बताया जा रहा है कि दोनों समुदायों के बीच हुई पत्थरबाजी में आठ से दस लोग और कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।जिनका उपचार किया जा रहा है। बाद में खराब स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए फोर्स की मदद लेनी पड़ी। रैपिड एक्शन फोर्स ने बल प्रयोग व टियर गैस के गोले छोड़ स्थिति को किसी तरह नियंत्रित किया। सम्पूर्ण इलाके में धारा 144 लागु है।
इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती के साथ सुबह से ही दुकानें व बाजार बंद है और तनाव कायम है। आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के उपद्रवियों ने योजनाबद्ध तरीके से ये काम किया है। इधर, राज्य के मंत्री व मध्य हावड़ा के स्थानीय विधायक अरूप राय ने कहा कि जो घटना घटी है वह अत्यंत दुखद है।
उन्होंने सभी से शांति की अपील की।लेकिन प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता रईस आलम के नेतृत्व में बड़ी संख्या में उपद्रवियों ने अचानक आकर पथराव, गाली गलौज व राम के पोस्टरों को फाड़ना शुरू कर दिया। यह उपद्रव रात दो बजे तक चला।
उन्होंने दावा किया कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खुशी में सड़क किनारे जो झंडे व कटआउट लगाए गए थे, उसे उपद्रवियों ने फाड़ दिया। हिंदी भाषियों के घरों को निशाना बनाकर पत्थरबाजी की गई। भट्टाचार्य ने घटना के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तृणमूल व पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हमले के बाद पहुंची पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इस घटना पर पुलिस ने कुछ कहने से इन्कार किया है।भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि हमले में हिंदू पक्ष के छह लोग घायल हुए हैं। इनमें एक का पैर टूट गया है और बाकी के सिर फटे हैं।
वह इसी इलाके में रहते भी हैं। उन्होंने कहा कि 200 से अधिक की संख्या में मुस्लिम उपद्रवियों की भीड़ जुलूस लेकर पहुंची और गाली गलौज के साथ पोस्टर फाड़ना व पथराव शुरू कर दिया। ज्ञात हो इससे पहले हावड़ा के शिवपुर इलाके में पिछले साल रामनवमी जुलूस पर हमला किया गया था, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी थी।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी मुख्यमंत्री ममता को घेरा। कहा कि उपद्रवियों को ममता बनर्जी का संरक्षण प्राप्त है और उन्होंने पोस्टर फाड़ने के साथ शिव मंदिर तक को नहीं बख्शा, वहां पथराव किया। बंगाल दौरे पर आई स्मृति ने हावड़ा में भाजपा की सांगठनिक बैठक के बाद पत्रकारों के सवाल पर घटना के लिए ममता को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दिन ममता ने सर्वधर्म रैली में हिंदुओं के खिलाफ उकसाया था। इसके चलते यह घटना घटी है।