अर्चना कुमारी। केरल में एक वामपंथी विधायक की फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिये भगवान राम, सीता और लक्ष्मण के खिलाफ की गई टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया । त्रिशूर विधानसभा सीट से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के विधायक पी बालाचंद्रन ने विवाद उठने के बाद, फेसबुक से पोस्ट को वापस ले लिया।
उन्होंने कहा कि उन्होंने तो केवल एक पुरानी कहानी पोस्ट की थी लेकिन इससे भगवान राम के भक्तों को जो पीड़ा हुई उसके लिए वह खेद व्यक्त करते हैं। उन्होंने एक अन्य फेसबुक पोस्ट में कहा, मैंने पिछले दिनों फेसबुक पर एक पुरानी कहानी पोस्ट की थी। मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
मैंने इसे कुछ ही मिनटों में वापस ले लिया, इसलिए किसी को इसके बारे में चिंता नहीं करनी चाहिए। मैं माफी मांगता हूं।’’ भाजपा ने बालाचंद्रन की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि केवल एक कम्युनिस्ट ही करोड़ों हिंदुओ की आस्था को कुचल सकता है । पार्टी ने कहा कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
हिंदुओ की भावनाओं को आहत करने के लिए व्यापक आलोचना का सामना करने के बाद बालाचंद्रन ने फेसबुक पोस्ट को वापस ले लिया। रामायण पर उनके विवादास्पद पोस्ट में आरोप लगाया गया था कि सीता ने राम और लक्ष्मण को ‘परांठा‘ और मांस परोसा था। भाजपा के त्रिशूर जिला अध्यक्ष के के अनीशकुमार ने स्क्रीनशॉट साझा कर बालाचंद्रन के पोस्ट की आलोचना की।