अर्चना कुमारी। उच्च श्रेणी के जोखिम के बावजूद आए दिन प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आता रहता है। ताजा मामला भोपाल से जुड़ा है ,जहां पर पीएम मोदी का कार्यक्रम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन में था। बताया जाता है कि चंद्रमोहन मीणा नाम का व्यक्ति जिसे रेलवे ने पास आवंटित किया विदिशा जिला पंचायत सदस्य के नाम पर और वह वंदे भारत ट्रेन में सवार हो गया।
इसी बहुप्रतीक्षित ट्रेन का उद्घाटन रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से शनिवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया । इस दौरान मोदी ट्रेन के डिब्बों में सवार बच्चों से भी रूबरू हुए। इस दौरान कुछ गणमान्य व्यक्तियों को भी ट्रेन में सफर के लिए निमंत्रित किया गया था और रेलवे के द्वारा इन सभी को बाकायदा कार्ड अलॉट किए गए थे।
इन्हीं में से एक मुसाफिर बने चंद्रमोहन मीणा जो तथाकथित रूप से खुद को जिला पंचायत विदिशा का सदस्य बताते हैं। लेकिन उनकी पत्नी किरण मीणा जिला पंचायत की सदस्य हैं, लेकिन रेलवे ने बिना किसी वेरीफिकेशन के चंद्रमोहन मीणा को कार्ड जारी कर दिया जो लापरवाही का आलम है। रेलवे के इसी निमंत्रण कार्ड के आधार पर चंद्रमोहन मीणा न केवल ट्रेन में सवार हो गए बल्कि उन्होंने मीडिया को इस ट्रेन की बड़ी उपलब्धियां बताते हुए इंटरव्यू भी देकर चौका दिया ।
जहां उन्होंने वन्दे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया वहीं पर कार्यक्रम में चंद्र मोहन उनके सुरक्षा घेरे में जबरन घुस आया। जांच कार्रवाई में पता चला कि इस व्यक्ति की पत्नी जिला पंचायत सदस्य है लेकिन यह व्यक्ति किसी भी सरकारी कार्यक्रम में अपने आप को जिला पंचायत सदस्य बता कर घुस जाता रहा है और प्रधानमंत्री की कार्यक्रम में भी वह धोखे से पहुंच गया।
लापरवाही का आलम देखिए कि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों की नजर इस पर नहीं पड़ी और पीएम मोदी के कार्यक्रम में इस व्यक्ति से ना ही किसी ने आईडी माँगी और उसे कैसे इस कार्यक्रम में जाने की अनुमति दे दी गई।
जानना जरूरी है कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार दुनिया भर का दिखावा करती है महिलाओं के आरक्षण के नाम पर लेकिन इस तरह की मानसिकता वाले व्यक्तियों पर रोक नहीं लगाती। जबकि इसी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था नरेन्द्र मोदी की छवि धूमिल करने की सुपारी कुछ लोगों को दी गई है। उन्होंने कहा कि इस देश का गरीब और दलित मेरा सुरक्षा कवच बने हुए हैं। लेकिन उनके ही कार्यक्रम में कैसे एक व्यक्ति पत्नी के पद का प्रयोग करते हुए उसका कार्यक्रम में दाख़िल हो गया