अर्चना कुमारी। इजराइल और हमास के युद्ध को लेकर पूरी दुनिया में लोग दो खेमों में बंटे हैं। कई लोग इजराइल के समर्थन में हैं तो कई लोग फिलिस्तीन के समर्थन में हैं। भारत में तो सरकार इजरायल का समर्थन कर दवा- दारू फिलिस्तीन तक पहुंचा दिया ताकि मुस्लिम नाराज न हो जबकि भारतीय मुस्लिम तो खुलकर हमास का साथ दे रहे।
इसी बीच बहरीन में भारतीय डॉक्टर के खिलाफ फिलिस्तीन के खिलाफ ट्वीट करने को लेकर कार्रवाई की गई है, जिससे एक बार फिर से साबित हो गया है, कि इस्लामिक देशों में फ्रीडम ऑफ स्पीच का कितना हाल बुरा है। करीब 50 साल के भारतीय डॉक्टर को फिलीस्तीन विरोधी ट्वीट के लिए नौकरी से बर्खास्त करने से पहले गिरफ्तार कर लिया गया।
बताया जाता है कि रॉयल बहरीन अस्पताल में आंतरिक चिकित्सा में विशेषज्ञता रखने वाले डॉ. सुनील जे राव को उनकी गिरफ्तारी से पहले डॉक्टर के पद से बर्खास्त कर दिया गया था। रॉयल बहरीन अस्पताल ने एक बयान में भारतीय डॉक्टर को बर्खास्त करने की पुष्टि की है। अस्पताल की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, कि भारतीय डॉक्टर, जिनका नाम डॉ. सुनील राव हैं, उन्हें फिलिस्तीन विरोधी ट्वीट के लिए बर्खास्त कर दिया गया है, क्योंकि उनका ट्वीट ने अस्पताल की आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
अस्पताल के बयान में कहा गया है, “यह हमारे ध्यान में आया है, कि डॉ. सुनील राव, जो आंतरिक चिकित्सा में विशेषज्ञ के रूप में काम कर रहे हैं, उन्होंने सोशल मीडिया पर ऐसे ट्वीट पोस्ट किए हैं, जो हमारे समाज के लिए अपमानजनक हैं।बयान में आगे कहा गया है, कि हम पुष्टि करना चाहेंगे, कि उनके ट्वीट और विचारधारा व्यक्तिगत हैं और अस्पताल की राय और मूल्यों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। इस्लामिक अस्पताल ने कहा है, कि उसने भारतीय डॉक्टर के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की है और उनकी सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।
सनद रहे खाड़ी देशों में कई भारतीयों की नौकरी इसी तरह के सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से जा चुकी है।मूल रूप से भारतीय राज्य कर्नाटक के रहने वाले डॉ. सुनील जे राव ने भारत के विशाखापत्तनम में आंध्र मेडिकल कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, और कर्नाटक के मंगलुरु में कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज से एमडी की पढ़ाई पूरी की।सोशल मीडिया पर पोस्ट की एक सीरिज में, डॉ. राव ने फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के साथ संघर्ष के दौरान इज़राइल के लिए समर्थन व्यक्त किया।
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था, कि “इजरायल फाइट्स बैक.. झुलसी हुई धरती पर हमला करेगा, बहुत से लोग मारे जाएंगे, विस्थापित होंगे, हमास नष्ट हो जाएगा (सही है), तो फिर क्या? उसके बाद क्या होगा, अगर मैं पूछ सकता? क्या गाजा पर इजराइली सेना का कब्जा होगा?”डॉ. राव की गिरफ्तारी भ्रष्टाचार विरोधी और आर्थिक और इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा महानिदेशालय के साइबर अपराध विरोधी निदेशालय द्वारा की गई। उन्हें नागरिक शांति और सामाजिक स्थिरता का उल्लंघन करने से संबंधित आरोपों का सामना करना पड़ा, जिन्हें संभावित रूप से समाज की सुरक्षा और संरक्षा को प्रभावित करने वाले के रूप में देखा जाता है।