अर्चना कुमारी। ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन ने कतर में थाईलैंड के विदेश मंत्री पारनप्री बहिधा-नुकारा से मुलाकात की और बंधक बनाए गए थाईलैंड के नागरिकों की रिहाई के लिए फिलिस्तीनी आंदोलन हमास के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करने की बात कही।
ईरान कानकहना है थाईलैंड नागरिकों की रिहाई में मदद लेने के लिए कतर और मिस्र के अधिकारियों के साथ भी बातचीत करेंगे। बैठक के दौरान थाईलैंड के शीर्ष राजनयिक ने गाजा पट्टी में हाल के घटना पर चिंता व्यक्त की और अपने ईरानी विदेश मंत्री से थाईलैंड के नागरिकों की रिहाई में सहायता करने के लिए कहा। इसके बाद श्री अमीर बदोल्लाहियन ने श्री पारनप्री के संदेश को हमास तक पहुंचाने का वादा किया।
थाईलैंड के अधिकारियों के अनुसार हमास द्वारा बंधक बनाए गए विदेशियों में सबसे अधिक थाईलैंड के नागरिक हैं। हमास ने थाईलैंड के 22 नागरिकों को बंधक बनाया है। वहीं बंधकों की कुल संख्या 240 से अधिक है, जिनमें से ज्यादातर इजरायली हैं। इस बीच बोलीविया के उप विदेश मंत्री फ्रेडी ममानी ने कहा कि गाजा पट्टी की स्थिति के बीच इजरायल के साथ राजनयिक संबंधों में कटौती करने का फैसला किया गया है।
इजरायल के साथ राजनयिक संबंधों में कटौती करने का बोलीविया सरकार का निर्णय आतंकवाद और ईरान में अयातुल्ला के शासन के प्रति समर्पण है। इस पर इजरायली विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजरायल के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने का बोलीविया का फैसला आतंकवाद और ईरान के प्रति समर्पण है।‘यह कदम उठाकर बोलीविया सरकार खुद को हमास आतंकवादी संगठन के साथ जोड़ रही है। इजरायल बोलीविया द्वारा आतंकवाद के समर्थन और ईरानी शासन के प्रति उसके समर्पण की निंदा करता है, जो उन मूल्यों की पुष्टि करता है जिनका बोलीविया सरकार प्रतिनिधित्व करती है।