अर्चना कुमारी । इरफ़ान यूपी के एक गांव का प्रधान है लेकिन उसने जो करतूत किया है , उससे मलेच्छ समाज पर विश्वास करना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा।पहली बार वह हत्या के प्रयास के एक मामले में गिरफ्तार हुआ था। उसका इलाके में खासा दबदबा है। स्थानीय विधायक के अलावा कई बड़े नेताओं से भी उसके संबंध हैं। आशंका है कि लोकल पुलिस से भी उसने सांठ-गांठ की हुई थी।
यही वजह है कि जब दिल्ली पुलिस की टीम लोकल पुलिस के पास पहुंची तो वहां थाने के एसओ ने पुलिस की टीम से सहयोग नहीं किया। दिल्ली पुलिस का कहना है कि पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में दिनदहाड़े करोड़ों रुपये की चोरी की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिए जाने के बाद बिजनौर स्थित सदरुद्दीन गांव के प्रधान समेत कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों की पहचान गांव सदरुद्दीन, नहटौर, बिजनौर निवासी इरफान उर्फ इमरान उर्फ डॉन उर्फ प्रधान, फैसल खान उर्फ फिरोज (46) राजेश शर्मा (42), रजिया बेगम उर्फ सुमन (42) और माल का रिसीवर ज्वेलर गांव सुजातपुर टिक्कर, बिजनौर निवासी अर्जुन सैनी (29) के रूप में हुई है। पूछताछ में पता चला है कि बदमाशों ने 18 अक्तूबर को प्रीत विहार इलाके में दवा कारोबारी के यहां से दिनदहाड़े करोड़ों का माल उड़ा लिया था।
इस साजिश को इरफान उर्फ डॉन ने रचा था। इरफान अपने गांव सदरुद्दीन का दूसरी बार प्रधान है। इसके खिलाफ पहले से 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब 40 लाख कैश, 15 लाख से अधिक का कैश और लाखों के कीमती पत्थर बरामद करने के अलावा वारदात में इस्तेमाल स्कूटी, बाइक व चोरी करने में इस्तेमाल औजार बरामद किए ।
पुलिस सूत्रों का दावा है 18 अक्तूबर को प्रीत विहार स्थित निर्माण विहार निवासी लीला जैन ने अपने घर में करोड़ों की चोरी की सूचना दी थी। वारदात के समय उनके पति चांदनी चौक स्थित अपनी दुकान पर गए थे। इनका बेटा ऑफिस चला गया। वह खुद बेटी को लेकर खरीदारी करने के लिए चांदनी चौक चली गई। शाम के समय वापस लौटने पर घर से करीब 5 लाख कैश और करोड़ों के जेवरात चोरी मिले। प्रीत विहार थाना पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर छानबीन की। सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर पता चला कि वारदात के समय वहां पर यूपी नंबर की एक स्कूटी पर दो लोग टहल रहे थे।
संदिग्ध लगने पर पुलिस स्कूटी की तलाश करते हुए बिजनौर पहुंच गई। स्कूटी को बिना ट्रांसफर करवाए हुई ही चार बार बेचा गया था। पुलिस को पता चला कि स्कूटी गांव सदरुद्दीन निवासी सलमान के पास है। छानबीन में यह भी पता चला कि घटना वाले दिन स्कूटी उसके गांव का प्रधान व उसका रिश्तेदार इरफान मांगकर दिल्ली ले गया था। इरफान की तलाश शुरू कर दी गई और उसे 23 अक्तूबर को इरफान, फैसल, रजिया बेगम और राजेश शर्मा को भजनपुरा इलाके से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने वारदात में अपना हाथ होने की बात कबूल कर ली। इरफान ने बताया कि उसने फैसल के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। राजेश और रजिया ने वारदात को अंजाम देने में इनकी मदद की थी। चोरी करने के लिए औजार भी इन दोनों ने ही उपलब्ध करवाए थे। पुलिस ने आरोपी इरफान और फैसल की रिमांड लेकर उनसे पूछताछ की तो दोनों ने बिजनौर के ज्वेलर अर्जुन सैनी का नाम बताया। अर्जुन को भी बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया गया।