अर्चना कुमारी मुख्यमंत्री केजरीवाल तिहाड़ जेल में अपनी पहली रात के दौरान 14 फुट लंबी और आठ फुट चौड़ी कोठरी में टहलते दिखे और कुछ देर ही सोए। सोने के दौरान भी करवट बदलते रहे।
केजरीवाल को सोमवार शाम चार बजे तिहाड़ जेल लाया गया और पहले उनकी चिकित्सकीय जांच की गई। इसके बाद उन्हें कोठरी में भेजा गया जहां वह अकेले रह रहे हैं।
उस समय उनके रक्त में शर्करा का स्तर 50 मिलीग्राम/डीएल से कम था और डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें दवाएं दी गईं। केजरीवाल जेल जाने वाले भारत के पहले पदासीन मुख्यमंत्री हैं और उन्हें एशिया के सबसे बड़े कारागार की जेल संख्या दो में रखा गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि उनकी पत्नी और बच्चे उनसे मंगलवार को मिल सकते हैं। सूत्र ने मंगलवार को बताया कि मुख्यमंत्री को दोपहर में चाय दी गई और रात को घर का बना खाना परोसा गया था।
उन्होंने बताया कि केजरीवाल को एक गद्दा, कंबल और दो तकिए दिए गए हैं। सूत्र ने बताया कि वह सीमेंट के मंच पर कुछ देर के लिए सोए और देर रात में अपनी कोठरी में टहलते दिखे।
कारागार अधिकारियों ने बताया कि सुबह भी केजरीवाल के रक्त में शर्करा का स्तर कम था और वह तिहाड़ जेल के डॉक्टरों की निगरानी में हैं। उन्होंने बताया कि जब तक उनके रक्त में शर्करा का स्तर सामान्य नहीं हो जाता, तबतक उन्हें दोपहर और रात में घर का बना खाना खाने की अनुमति दी गई है।
सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल ने सुबह अपनी कोठरी में ध्यान किया जिसके बाद उन्हें चाय और दो बिस्कुट दिए गए। तिहाड़ जेल की सुरक्षा से दो कर्मियों और एक जेल वार्डर को उनकी कोठरी के बाहर तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि जेल अधिकारी सीसीटीवी कैमरों के जरिए उनपर निगाह रख रहे हैं जबकि उनकी कोठरी के पास त्वारित प्रतिक्रिया दल को तैनात किया गया है। जिन किताबों की मुख्यमंत्री ने मांग की थी, वे उन्हें दे दी गई हैं।
उन्होंने रामायण’, महाभारत’ और हाऊ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड का आग्रह किया था। केजरीवाल धार्मिक लॉकेट पहने हुए थे और इसे पहनने की उन्हें इजाजत दी गई है।
नियमों के मुताबिक, केजरीवाल ने छह लोगों की सूची दी है, जिनसे वह मिलना चाहते हैं। इस सूची में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल, उनके बेटे और बेटी, उनके निजी सचिव बिभव कुमार और ‘आप’ के महासचिव (संगठन) संदीप पाठक शामिल हैं।