अर्चना कुमारी। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जहां पर राजकीय होम्योपैथिक कॉलेज में छात्राओं के साथ ब्लैकमेलिंग हो रही है और मुस्लिमों के निशाने पर हिंदू लड़कियां हैं। कर्नाटक के उडुपी नेत्र ज्योति कॉलेज में स्थित शौचालय में कैमरे लगाकर जिस तरह हिंदू लड़कियों को बदनाम किया गया उसी तरह हिंदू लड़कियों को गाजीपुर मे ब्लैकमेलिंग किया जा रहा ।
हिंदू पीड़ित छात्राओं ने 7 अगस्त को कॉलेज प्रशासन को सामूहिक तौर से पत्र देकर मामले की शिकायत की थी, जिसके बाद हरकंप मचा हुआ है। सूत्रों का कहना है कि छात्राओं ने जिस आमिर नाम के छात्र पर आरोप लगाया है, वह बीएचएमएस सेकंड ईयर का छात्र है। आरोप है कि वह अपनी दोस्त मंतशा काजमी जो बीएचएमएस प्रथम वर्ष की छात्रा है, उसके साथ मिलकर छात्राओं की ब्लैकमेलिंग किया करता था।
बताया जाता है कि ये दोनों प्राइवेट हॉस्टल में रह रही प्रथम वर्ष की छात्राओं की आपत्तिजनक वीडियो और फोटो बनाकर छात्राओं को ब्लैकमेल करते थे लड़कियां सब कुछ जानते हुए अब तक चुप थी। मुस्लिम छात्रा मंतशा काजमी अपने साथ रह रही साथी छात्राओं की आपत्तिजनक फोटो क्लिक करती थी और उनकी आपत्तिजनक वीडियो बना लेती थी।
आरोप है कि फिर मंतशा काजमी अपने सीनियर मो. आमिर को ये सारे फोटो और वीडियो दे देती थी, फिर आमिर उन छात्राओं को ब्लैकमेल किया करता था। प्रताड़ना काफी बढ़ गया था इसके बाद, पीड़िता छात्राओं ने मामले की शिकायत कॉलेज प्रशासन के साथ-साथ पुलिस प्रशासन से भी की थी।
मामले की जांच की गई. जांच में छात्राओं के आरोप सही पाए गए हैं और जांच में मामला सही पाते हुए दोनों आरोपी छात्र छात्राओं को निलंबित कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि आमिर जिला प्रतापगढ़ का रहने वाला है तो वहीं छात्रा मंतशा काजमी सीतापुर की रहने वाली है। प्रभारी प्रिंसिपल डॉ. बीएन साहनी का कहना है कि जांच में ब्लैकमेलिंग की बात सही पायी गई है,आरोपियों के मोबाइल से सारे वीडियो और फोटो डिलीट करा दिए गए हैं।
इस मामले में एसपी गाजीपुर ओमवीर सिंह ने कहा, इस मामले में शिकायत मिली है, एसपी सिटी को जांच दी गई है मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है,फिलहाल आरोपी छात्र और छात्रा के मोबाइल में फिलहाल कोई ऐसा फोटो-वीडियो नहीं देखा गया है, संभवतः उन्होंने अपने मोबाइल को फॉर्मेट कर दिया