Archana Kumari. यह सच्ची कहानी कोई पाकिस्तान की नहीं बल्कि देश की राजधानी दिल्ली की है। जहां एक नाबालिग किशोरी को निकाह के लिए दबाव बनाया गया। यह तो शुक्र है कि सही वक्त पर इसकी सूचना सनातन प्रेमियों को मिल गई, जिसके बाद हिंदू लड़की का निकाह रुकवा दिया गया।
इस घटना को लेकर खूब बवाल हुआ और एक महिला ने तो खुद के कांग्रेसी होने का दावा करते हुए जबरन शादी कराए जाने की जिद पर आ गई लेकिन उसकी एक न सुनी गई और हिंदू लड़की मुस्लिम होते होते किसी तरह बच गई।
लव जिहाद कोशिश का मामला दिल्ली के अमन विहार में हुआ। जहां सामूहिक शादी के नाम पर नाबालिग किशोरी को मुस्लिम से शादी कराए जाने की तैयारी की जा रही थी। इसके लिए हिंदू किशोरी तथा उसके परिजनों का ब्रेनवाश किया गया था।
कुछ रुपए पैसे का भी लालच दिया गया जबकि जिस व्यक्ति से शादी कराया जा रहा था उसकी उम्र 40 के पार बताई गई है। बताया जाता है कि हिंदू मोहल्ले में सामूहिक विवाह की तैयारी बडी धूम धाम से डीजे गाने के साथ चल रही थी।
खाना-पीना से लेकर नाच और गाने का भी प्रबंध किया गया था। इस सामूहिक शादी में जो एक दुल्हन थी, वह धर्म से तो हिंदू थी और उसकी उम्र महज 17 साल जबकि इसमें नाबालिग हिन्दू लड़की का धर्म परिवर्तन कर निकाह कराया जा रहा था।
जिसकी भनक वहां आसपास रहने वाले हिंदू लोगों को हुई और उन लोगों ने मौके पर पहुंचकर इस निकाह को रुकवा दिया । हिंदू लोगों को वहां मौजूद लोगों ने धमकी भी दी लेकिन हिंदू डरे नहीं और उन्होंने इस बात की जानकारी पुलिस को दी।
निकाह करने वाले जिहादी को नाम मोहम्मद इंतजार बताया गया जबकि वहा उपस्थित एक अधेड़ महिला ने निकाह रुकवाने गए हिंदू लोगों को भाजपा के होने का आरोप लगाकर हंगामा करने लगी।
महिला यहीं नहीं रुकी और खुद को कॉंग्रेस का बताकर धमकी देने लगी। कुछ देर में मौके पर पुलिस भी आ पहुंची और उन्होंने शादी कार्यक्रम स्थगित करा दिया।
पुलिस ने मौके से कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया साथ ही उसकी किशोरी को भी माता-पिता के हवाले कर दिया जिसकी शादी जबरन कराई जा रही थी। दरअसल यह मामला शुक्रवार शाम का है और पुलिस का कहना है दूल्हा और दुल्हन दोनों ही अलग समुदाय के हैं।
शुक्रवार को उनके विवाह का रिसेप्शन आयोजित किया गया था। जांच में पता चला कि दोनों बालिग है लेकिन यह भी बात सामने आई है कि लड़की पक्ष को रुपयों का लालच तथा प्लॉट देने का वादा किया गया था।
फिलहाल इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस और सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि दुल्हन की उम्र के बारे में आधार कार्ड पेश किया गया, जिसमें उसकी उम्र 18 वर्ष लिखी हुई है इसलिए पुलिस ने फिलहाल इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है।
लड़की और लड़के के परिवारवाले इसी इलाके में ही रहते हैं। परिवारवालों ने ही मिलकर इन दोनों की शादी कराई। इस विवाह पर विरोध जताने वालों का कहना है कि लड़की के परिवार वाले निर्धन हैं और उन पर दबाव बनाकर धर्म परिवर्तन की साजिश हुई ।
आपको पता ही होगा कि राजधानी में यदि कोई मुस्लिम लड़की से कोई हिंदू लड़का शादी क्या, प्रेम की भी बात करें तो उसकी हत्या हो जाती है। यदि लड़की हिंदू हो फिर मुस्लिम लोग उनके साथ मनमानी करने से नहीं चूकते।
चाहे ख्याला का रहने वाला अंकित सक्सेना हो या फिर आदर्श नगर का राहुल। दोनों की हत्या सिर्फ इस वजह से कर दी गई क्योंकि दोनों मुस्लिम लड़की से प्रेम करते थे ।
दिल्ली पुलिस इस तरह की घटनाओं को लेकर कभी संजीदगी नहीं दिखाती, यही वजह है कि आए दिन देश की राजधानी में इस तरह की घटनाएं होती रहती है।