अर्चना कुमारी। मॉडल मेहर उर्फ नेहा कर्नाटक पुलिस के हिरासत में है, उसे हनीट्रैप के मामले में पकड़ा गया, उसके तीन साथी भी गिरफ्तार कर लिए गए। पुलिस का दावा है मेहर नाम की यह मॉडल एक गिरोह चलाती है, जिसने 20-50 वर्ष की आयु के लगभग एक दर्जन से अधिक हिंदू पुरुषों को धमकी देकर उनसे भारी मात्रा में धन ऐंठा है।
इस मामले में बेंगलुरु के पुत्तेनहल्ली पुलिस ने अब्दुल खादर, सरन प्रकाश, यासीन सहित तीन आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। एक आरोपी नदीम की पुलिस को तलाश है, वहीं, मेहर अब तक फरार थी जो पकड़ ली गई। हनीट्रैप के इस मामले में मुख्य आरोपी मॉडल मेहर के रूप में हुई है। वह नेहा नाम से टेलीग्राम एप्लिकेशन पर ज्यादातर हिंदू पुरुषों को फँसाती थी। पुरुषों को अपने चंगुल में फँसाने के बाद मेहर और उसका गिरोह ब्लैकमेल करता था।
इस गिरोह ने पीड़ितों को धर्म बदलकर इस्लाम कबूल करने और खतना कराने के लिए भी मजबूर किया। इसके बदले में गिरोह पीड़ितों से मोटी रकम वसूलता था। बताया जाता है नेहा उर्फ मेहर बेंगलुरु में 20 से 50 साल की उम्र के बीच के लोगों से संपर्क करती थी। उन्हें जेपी नगर स्थित अपने घर में यौन संबंध बनाने के लिए बुलाती थी। घर बुलाने के बाद वह बिकिनी पहनकर उनका चुम्मा चाटी करती थी। इसके बाद वह पीड़ितों को जबरदस्ती गले लगाती और फिर उन्हें चूम लेती थी।
बताया जाता है इस दौरान गिरोह के अन्य सदस्य उसके घर में छिपे होते और मॉडल के साथ पीड़ित पुरुषों के अश्लील वीडियो बना लेते थे। इसके बाद गिरोह के सदस्य पीड़ित का फोन छीन लेते थे और ब्लैकमेल कर पैसे माँगते थे , इतना ही नहीं धमकी देते थे कि अगर उनकी डिमांड पूरी नहीं हुईं तो वे तस्वीरें भेजकर उसके परिवार और मित्र मंडली में उसे बदनाम कर देंगे।
गिरोह पीड़ित पर मॉडल से निकाह करने का दबाव बनाता था। वे इस बात पर ज़ोर देते थे कि मॉडल एक मुस्लिम है, इसलिए पीड़ित को इस्लाम कबूल करने के बाद ही उससे निकाह करना होगा। इसके साथ ही वे पीड़ितों का तुरंत खतना भी कराने का दबाव बनाते थे। इन माँगों से डरकर लोग मोटी रकम सौंप देते थे। ब्लैकमेलिंग का खेल का पता तब लगा जब एक पीड़ित इंजीनियर ने पुलिस को इसके बारे में बताने की हिम्मत की। शुरुआती जाँच में यह बात सामने आई कि इस ग्रुप ने अब तक 12 लोगों को ब्लैकमेल किया है और लाखो की वसूली की है।