अर्चना कुमारी। भारत सरकार की खुफिया एजेंसी की एक बड़ी विफलता उस वक्त सामने आई जब मुंबई के बंदरगाह पर रखे कंटेनर को ठीक से नहीं जांचा गया और उस कंटेनर्स से भारी संख्या में हेरोइन बरामद किया गया । सूत्रों का दावा है कि भारत में नार्को टेरर को बढ़ावा देने के लिए हेरोइन को कंटेनर में रखकर पाकिस्तान से भारत भेजा गया । जिस कंपनी के जरिये हेरोइन को भेजा गया। वह अफगानिस्तान की है। उसका मालिक पाकिस्तान में है और वह शख्स मादक पदार्थ को बेचकर उसकी कमाई भारत के खिलाफ आंतकवादी गतिविधियों में लगाता रहा है।
दावा किया गया है कि हेरोइन को अफगानिस्तान से पाकिस्तान मंगाया गया। बाद में इसे दुबई भेजा गया। दुबई से इसको मुलेठी की जड़ों के साथ छिपाकर कंटेनर में भारत भेज दिया गया। बरामद हेरोइन की कीमत 1725 करोड़ बताई जाती है जबकि इससे पहले 12 सौ करोड़ का ड्रग्स जप्त किया गया था । पुलिस इस रैकेट से जुड़े मुस्तफा और रहीमुल्लाह से लगातार पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल मुंबई के जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (बंदरगाह) पर एक कंटेनर से 1725 करोड़ की हेरोइन बरामद की है। करीब 345 किलोग्राम हेरोइन को अफगानिस्तान वाया पाकिस्तान के रास्ते दुबई भेजा गया। वहां से 20 हजार किलोग्राम मुलेठी की जड़ों में छिपाकर एक कंटेनर में भारत भेजा गया था। इसी माह गिरफ्तार किए गए दो अफगानी नागरिक मुस्तफा और रहीमुल्लाह रहीमी से पूछताछ के बाद टीम को पता चला था कि पिछले एक साल से मुंबई पोर्ट पर खड़े एक कंटेनर में हेरोइन को छिपाया गया है।
टीम मुंबई पहुंची और वहां तलाशी के बाद मुलेठी की जड़ों के साथ मौजूद हेरोइन को बरामद कर लिया। स्पेशल सेल का कहना है कि दो सप्ताह के भीतर यह अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है। इससे पूर्व टीम ने 312 किलो मैथाएफटामिन व 10 किलो हेरोइन और बरामद की थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि भारत में नार्को टेरर को बढ़ावा देने के लिए पड़ोसी देश लगातर मध्य एशिया के देशों से भारत में मादक पदार्थ भेज रहा है। इसी कड़ी में कार्रवाई करते हुए उनकी टीम ने वर्ष 2021 में अफगानिस्तान से भेजी गई 57.2 और 354 किलो हेरोइन बरामद की थी।
इसी माह स्पेशल सेल की टीम ने एक और अफगानी नेटवर्क का खुलासा कर तीन सितंबर को रहीमुल्लाह और मुस्तफा नामक दो अफगानी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से भारी मात्रा में मादक पदार्थ और हेरोइन बरामद हुई थी। पुलिस दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही थी। उनसे पूछताछ के बाद टीम को पता चला कि मुंबई के जेएनपीटी बंदरगाह पर पर एक कंटेनर में भारी मात्रा में हेरोइन को छिपाया गया है। कंटेनर में 20 हजार किलोग्राम मुलेठी है।
इसके बैगों में मौजूद मुलेठी जड़ों के बीच हेरोइन को छिपाया गया है। 16 सितंबर को एक टीम को कंटेनर की तलाशी का वारंट लेकर मुंबई पोर्ट भेज दिया गया। शुरुआत में पुलिस की टीम को वहां कुछ नहीं मिला। रातभर कंटेनर की तलाशी ली गई। मुलेठी की जड़ों की गंभीरता से जांच करने पर कुछ जड़ों का रंग गहरा था। उनको 20 हजार किलोग्राम मुलेठी से एक-एक कर अलग किया गया। उसमें से कुल 345 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुए।
टीम कंटेनर को दिल्ली लाने की अनुमति लेकर दिल्ली ले आई। छानबीन के दौरान के पुलिस को पता चला कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए विदेशों से आने वाली हेरोइन को सिलिका जैल, टेलकम पाउडर, जिप्सम पाउडर, तुलसी के बीज और दूसरे सामान के बीच छिपाकर भेजा जा रहा है। इसी कड़ी में कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस एक अन्य घटना में अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करों के गैंग के दो लोगों को दबोचा है।
इनके पास से 10 किलो हेरोइन और 10 किलो अफीम बरामद की गई है। बरामद मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 60 करोड़ से अधिक बताई जा रही है। आरोपियों की पहचान बिहार निवासी अभिषेक राजा (26) और निजामुद्दीन (34) के रूप में हुई है। आरोपी स्कोर्पियो गाड़ी में नशीले पदार्थ को छिपाकर उनकी तस्करी कर रहे थे। इन लोगों ने गाड़ी की पीछे वाली लाइट और दरवाजों में विशेष जगह बनाकर उसे छिपाया था और दोनों को बिहार से पकड़ा गया।