अर्चना कुमारी। अशोक गहलोत गए और भजन लाल शर्मा राजस्थान में बतौर मुख्य्मंत्री आ गए लेकिन पुजारियो की हत्या न रुकी। फिर से एक और हिंदू पुजारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह काल भैरव मंदिर में सेवारत थे। अब राज्य में भाजपा सरकार है जो हिंदू के वोट पर जीती है, फिर भी राज्य में हिंदू पुजारियों की हत्या क्यों हो रही है।
हैरत है,काग्रेस के अशोक गहलोत के समय में पुजारी की हत्या पर इतना हंगामा होता था लेकिन अब यह सन्नाटा क्यों है। इसका जवाब बीजेपी को देना चाहिए। इस बार बांसवाड़ा के सदर थानान्तर्गत जानामेड़ी गांव में शुक्रवार रात कालभैरव मंदिर के पुजारी को अज्ञात बाइक सवार बदमाश गोली मारकर भाग गए। सीने में गोली लगने से पुजारी की जिला अस्पताल में मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार 46 वर्षीय रणछोड़ पुत्र रामजी डिंडोर के साथ वारदात रात करीब आठ बजे हुई। अपने घर से कुछ दूरी पर स्थित मंदिर में करीब बीस साल से सेवा कर रहे डिंडोर ताला लगाकर अपने घर की तरह निकले ही थे कि अचानक मंदिर में बाइक सवार तीन जने आए। उनमें दो उतरकर डिंडोर के करीब गए और एक ने पुजारी को गोली मर दी।
धमाके की आवाज सुनकर उसके परिजन दौड़े, तब तक हमलावर आगे बाइक लेकर बढ़े साथी की तरफ गए और बाइक से भाग निकले। पीछे परिजन पुजारी को एमजी अस्पताल लाए, जहां जांच के दौरान ही मृत्यु हो गई। जानकारी पर मृतका की पत्नी लाली, और बच्चे बिलख उठे। मामले की सूचना पर एएसपी कानसिंह भाटी, डीएसपी सूर्यवीरसिंह, सदर सीआई दिलीपसिंह सहित कोतवाल विक्रम सिंह और राजातालाब सीआई कैलाशचंद्र भी अस्पताल पहुंचे। बाद में शव मोर्चरी में रखवाया गया।
मामले के आरोपियों को लेकर पुलिस देर रात तक छानबीन में लगी रही।पुलिस का कहना है, हत्या की वजह साफ नहीं है लेकिन पुलिस इसकी तह तक पहुंचेगी। जांच के लिए टीम लगाई है। जल्द से जल्द खुलासा किया जाएगा।मृतक की पत्नी लाली ने पति की किसी से रंजिश से इनकार कर बताया कि उसका परिवार खेती पर निर्भर है।
गांव में एक खेत है और थोड़ी जमीन मोरड़ी के पास ली है। हमलावरों के पीछे दौड़े उसके 18 वर्षीय बेटे कृष्णा ने बताया कि अंधेरा बहुत था। उसके भागते समय पीछे रहे एक हमलावर को पकड़ने की कोशिश भी की, पर असफल रहा।