अर्चना कुमारी। मौका था गणतंत्र दिवस समारोह के आयोजन का, लेकिन कुछ खालिस्तान समर्थक इस मौके पर लाल किला पर तोड़फोड़ से गुरेज नहीं किया। लाल किला हिंसा मामले में पांच महीने से फरार चल रहे और तोड़फोड़ करने वाले एक ऐसे ही शख्स को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया , जिसका नाम गुरजोत सिंह है । लाल किला पर हुई हिंसा एवं निशान साहब का झंडा फहराने के मामले में पुलिस को उसकी तलाश थी।
पुलिस का कहना है कि इसी साल 26 जनवरी को हुई लाल किला हिंसा के मामले में फरार चल रहे बदमाशों की तलाश दिल्ली पुलिस की विभिन्न टीमें कर रही थी। इस दौरान स्पेशल सेल की नॉर्दर्न रेंज को सूचना मिली कि गुरजोत सिंह अपने किसी साथी से मिलने के लिए अमृतसर में आने वाला है और इस जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने उसे धर दबोचा।
पुलिस टीम उसे दिल्ली लेकर आ गई है, जहां उससे घटना को लेकर पूछताछ की जा रही है और उसने प्रारंभिक पूछताछ में अपना अपराध कबूल किया है । गौरतलब है कि किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर जबरदस्त मारपीट और हिंसा हुई थी। उपद्रवी लाल किले के भीतर घुस गए थे और लाल किले की प्राचीर पर निशान साहब का झंडा फहराया था।
खुफिया एजेंसियों की यह घटना बड़ी विफलता मानी गई और दिल्ली पुलिस की भी इस मामले को लेकर खूब किरकिरी हुई थी जबकि प्रदर्शनकारियों के साथ हिंसक झड़प में पुलिस के कई जवान जख्मी हो गए। इस मामले में पुलिस को 1700 वीडियो क्लिप मिले थे। जिसके आधार पर पुलिस ने 130 लोगों की गिरफ्तारी की थी और 70 लोगों की तस्वीर जारी की गई थी।
जिसमें एक्टर दीप सिद्धू समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस हिंसा की घटना में शामिल होने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह और गुरजंत सिंह की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम रखा था। इसके अलावा, जगबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह और इकबाल सिंह पर 50 हजार रुपये नकद इनाम देने का ऐलान किया गया था।