अर्चना कुमारी। जयपुर स्थित सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती एक युवक को गलत ग्रुप का ब्लड चढ़ा दिया गया। लापरवाही देखिए उसकी तबीयत बिगड़ गई। अब उसकी दोनों किडनियों ने काम करना बंद कर दिया है।बाद में हालत नाजुक होने पर उसे आइसीयू में भर्ती किया गया है।
इस मामले में चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने अस्पताल प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। जबकि अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अचल शर्मा ने जांच कमेटी गठित की है।उन्होंने कहा कि जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सूत्रो ने बताया 12 फरवरी को बांदीकुई निवासी सचिन शर्मा सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। उन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती किया गया। उपचार के दौरान चिकित्सकों ने ब्लड चढ़ाने की जरूरत बताई।
सचिन के भाई लवकुश एवं चाचा महादेव ने बताया कि आपातकालीन मामला होने के कारण उसके ब्लड का सैंपल लेकर हमें एक पर्ची दी गई और ब्लडबैंक से ब्लड लाने के लिए कहा गया। इसके बाद अस्पताल में ब्लड के सैंपल लेने का काम चिकित्सकों एवं नर्सिंगकर्मियों का होता है, लेकिन उन्होंने लापरवाही करते हुए वार्ड बाय को सैंपल लेने के लिए कह दिया।
वार्ड बाय ने ही सचिन का ब्लड ग्रुप एबी पाजिटिव होने की बात पर्ची पर लिखी। पर्ची में लिखी गई अनुसार ही ब्लडबैंक से एबी पाजिटिव ब्लड और प्लाज्मा दे दिया।बाद में सचिन को ब्लड और प्लाज्मा चढ़ा दिया गया। ऑपरेशन के बाद उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद उसके पेट और कमर में दर्द हुआ तो उसकी जांच करवाई गई।
इस बीच जांच रिपोर्ट आने के बाद उसे आइसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। परिजनों के बार-बार पूछने पर भी चिकित्सकों ने उन्हें कुछ नहीं बताया। बाद में स्वजन को सचिन के ब्लड का ग्रुप ओ पाजिटिव होने का पता चला। इससे साथ ही जानकारी हुई कि सचिन को पहले गलत ब्लड चढ़ा दिया गया था, जिसकी वजह से ही उसकी तबीयत बिगड़ी थी।
पिछले छह दिन में उसका तीन बार डायलिसिस हो चुका है। सूत्रों के अनुसार चिकित्सकों की आंतरिक जांच में सामने आया कि गलत ब्लड चढ़ाए जाने से भविष्य में सचिन को कैंसर जैसा गंभीर रोग भी हो सकता है। इससे उसके परिजनों में गुस्सा है और उनलोगो ने इंसाफ की गुहार लगाई है।