अर्चना कुमारी। ममता दीदी, हमें हजार रुपए नहीं, इज्जत और न्याय चाहिए” “वो हमारी लड़कियों को नहीं बख्शते…! हमारी जमीन, मकान, दुकान सब छीन लिया। क्या ममता दीदी को दिखाई नहीं देता। सन्देश खाली की पीड़ित महिलाएं अब सड़क पर है और उसका साथ स्थानीय लोग दे रहे है।
पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना के विवादों में आए संदेशखालि के कुछ हिस्सों में नए सिरे से विरोध प्रदर्शन हुआ। जिसमें गुस्साए स्थानीय लोग महिलाओं के यौन शोषण और इलाके में जबरन जमीन हड़पने के आरोपी स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ सड़कों पर है। प्रदर्शनकारियों के हाथ में लाठी थी और उन्होंने रसूखदार तृणमूल नेता शाहजहां शेख और उनके भाई सिराज के खिलाफ अपना गुस्सा निकालते हुए एक तालाब के पास स्थित एक फूस की झोपड़ी में आग लगा दी।
यह पता चला कि जलाई गई झोपड़ी सिराज की थी। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ’सिराज और उसके भाई शाहजहां ने हमारी जमीन हड़प ली है। उन्होंने हमारा शोषण किया।। हम न्याय और हमारी जमीन वापस दिलाने की मांग करते हैं।’ पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने क्षेत्र के अपने दौरे के समय गलत काम करने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इस दौरान बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया और अधिकारियों ने स्थानीय लोगों की सहायता करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने स्थानीय लोगों ने उनकी शिकायतें और दस्तावेज प्रस्तुत करने का आग्रह किया। पुलिस के एक अधिकारी को निवासियों से कहते हुए सुना गया, ’कृपया अपनी शिकायतें सामने लाएं और हम तुरंत कार्रवाई करेंगे। यदि आपके पास कोई प्रासंगिक दस्तावेज हैं तो उन्हें हमारे सामने पेश करें। आप निंिश्चत रहें आपकी जमीन वापस कर दी जाएगी।’
कुमार ने संदेशखालि में प्रत्येक व्यक्ति की समस्या को दूर करने के लिए पुलिस बल की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने महिलाओं के साथ र्दुव्यवहार में शामिल लोगों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का संकल्प लिया। राजीव कुमार ने स्थिति का आकलन करने के लिए बुधवार की रात संदेशखालि में ही बिताई और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया। तृणमूल के नेता भी इस बीच संदेशखालि गांव पहुंचे और मदद का आश्वासन दिया।
पार्टी नेताओं को हालांकि स्थानीय लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा जिन्होंने शाहजहां और उसके सहयोगियों के खिलाफ लंबे समय तक कार्रवाई न करने पर सवाल उठाया। स्थानीय लोगों ने कहा, ’आप इतने लंबे समय तक चुप क्यों रहे? शाहजहां शेख और उनके साथी बेलगाम क्यों हो गए हैं? हमें जवाब चाहिए।’ तृणमूल प्रतिनिधियों ने स्थानीय लोगों का गुस्सा शांत करने के लिए पिछली खामियों को स्वीकार किया और उन्हें सुधारने के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
तृणमूल नेता और संदेशखालि के विधायक सुकुमार महतो ने बढते असंतोष को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा, ’हां, गलतियां हुई हैं। हालांकि, संदेशखालि के लोगों ने ममता बनर्जी पर पूरा भरोसा जताया है। सभी शिकायतों का पूरी तरह समाधान किया जाएगा।’ संदेशखालि में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।