अर्चना कुमारी उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को इंसाफ दिलाने के लोग सड़क पर है। यहां के लोग सत्ताधारी पार्टी की सरकार द्वारा दमनकारी कारवाही के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एकत्रित और मुखर है।
आशुतोष नेगी को पकड़े जाने के बाद लोगो का गुस्सा बढ़ गया है। देहरादून और अन्य शहरों में भी लोग गोलबंद हो रहे है। अंकिता हत्याकांड के खिलाफ उत्तराखंड श्रीनगर में अंकिता भंडारी के परिजनों का समर्थन करने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए और सरकार का पुतला फूंककर अपना विरोध जताया।
इसी बीच वीआईपी की गिरफ्तारी, तत्कालीन एसडीएम और यमकेश्वर विधायक पर कार्रवाई की मांग उठी है। इस दौरान हाईवे पर कुछ देर तक वाहनों के पहिए थमे रहे। अंकिता के पिता ने कहा कि सरकार अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने वाले लोगों को फर्जी मुकदमे में फंसा रही है।
हाल ही में अंकिता भंडारी को इंसाफ दिलाने में सहयोग कर रहे पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष नेगी को पुलिस ने एससी एसटी केस में गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी के बाद भी ये आंदोलन जारी रहेगा। अंकिता के पिता ने कहा कि वह पिछले आठ दिनों से धरना दे रहे हैं।
वीआईपी, यमकेश्वर विधायक रेणु बिष्ट और तत्कालीन एसडीएम पर कार्रवाई मांग उठा रहे हैं, लेकिन सरकार कार्रवाई के बदले आंदोलन तोड़ने की कोशिश कर रही है। अंकिता की मां ने कहा कि सरकार चाहे कुछ भी कर ले, उनका और उनके पति का आंदोलन जारी रहेगा
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को मानती नहीं है, तब तक वह आंदोलन करते रहेंगे। इसके अलावा उन्होंने लोगों से उनका समर्थन करने की अपील की है। इंसाफ के लिए गांधी पार्क, देहरादून में लोग जुटे। अंकिता की माँ के आरोपों के अनुसार वीआईपी उनकी बेटी की हत्या में नहीं हो,तो मीडिया में अपना बयान जारी करे।
अंकिता भंडारी की मां सोनी देवी ने पूर्व में भी आरोप लगाया था कि प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने अब तक सामने आए भाजपा के बड़े नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। एक वीडियो के जरिए अपनी पुत्री अंकिता के लिए न्याय की गुहार लगाते हुए देवी ने कहा कि मामले में यमकेश्वर की भाजपा विधायक रेनू बिष्ट और यमकेश्वर के तत्कालीन उपजिलाधिकारी का नाम सामने आया है, लेकिन उनके खिलाफ राज्य सरकार ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
मामले में जिस ‘वीआईपी’ की बात सामने आ रही थी, उसका नाम अजय कुमार है और उसके खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सनद रहे यमकेश्वर के गंगा भोगपुर क्षेत्र में वनन्तरा रिजॉर्ट में काम करने वाली 19 वर्षीय रिसेप्शनिस्ट अंकिता की सितंबर 2022 में कथित तौर पर रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर ऋषिकेश के निकट चीला नहर में धक्का देकर हत्या कर दी थी।
आरोप लगा था कि किसी वीआइपी को ‘एक्स्ट्रा सर्विस’ देने से मना करने पर अंकिता की हत्या की गई थी। विरोधी दल कांग्रेस का कहना है इस मामले में भाजपा एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक बड़े व्यक्ति अजय कुमार के नाम का खुलासा हुआ है। अगर इन आरोपों में जरा भी सच्चाई है तो निश्चित तौर पर इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।ज्ञात हो अंकिता को इंसाफ दिलाने को लेकर आशुतोष नेगी पर कारवाई का अंदेशा है।
पौड़ी के ग्राम पयासू के शिकायतकर्ता राजेश सिंह राजा कोली की लिखित तहरीर के आधार पर बीते 05 जनवरी 2024 को कोतवाली पौड़ी में 01/24, धारा 504/506 IPC, धारा 66 (C) सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम 2000 और धारा 3(1) (घ) SC/ST एक्ट बनाम आशुतोष एवं अन्य के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज किया गया था। विवेचना में पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर पूर्व में एक अभियुक्त दीप मैठाणी को देहरादून से गिरफ्तार किया गया था। वहीं मंगलवार देर सायं आशुतोष नेगी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हे 15 मार्च तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार पौड़ी भेज दिया गया है।