अर्चना कुमारी । देश की राजधानी में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रही है और इस बार में दो युवतियों के साथ शेल्टर होम में दुष्कर्म का मामला उजागर हुआ । पुलिस सूत्रों का दावा है कि शेल्टर होम की महिला केयर टेकर ने शेल्टर होम के एक अधिकारी पर दुष्कर्म व बाकी लोगों पर छेड़छाड़ और धमकाने का आरोप लगाया ।
इसके अलावा केयर टेकर युवती का कहना है कि आरोपियों ने शेल्टर होम में रहने वाली एक मानसिक अशक्त युवती के साथ भी दुष्कर्म किया। हालांकि उसके बयान में परस्पर विरोधाभास है लेकिन इसके बावजूद पीड़िता ने इन सब की शिकायत जब शेल्टर होम के अधिकारियों से की तो उन्होंने धमकाकर जुबान बंद रखने के लिए कहा।
इसके बाद में पीड़िता को नौकरी से निकाल दिया गया। इस मामले को लेकर पुलिस ने शेल्टर होम की एक महिला निदेशक समेत चार लोगो के खिलाफ दुष्कर्म, छेड़छाड़, जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कर लिया है। छानबीन में पता चला है कि दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के शेल्टर होम को एक एनजीओ चलाती है।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि महिला अकेली उत्तरी दिल्ली इलाके में रहती है। इसके माता-पिता नहीं हैं। आरोप है कि यहां काम करने वाले दो कर्मचारियों की पीड़ित महिला पर बुरी नजर थी। वह उसे जानबूझकर छेड़छाड़ करते थे। महिला का कहना है कि नए साल पर हुई पार्टी के दौरान शेल्टर होम के एक अधिकारी ने उसके साथ जबदरस्ती करने का प्रयास किया। उस समय वह किसी तरह वहां से भाग गई। इसके बाद आठ जनवरी को उसी आरोपी ने अकेला पाकर उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया।
उसका कहना था कि 25 वर्षीय मानसिक अशक्त युवती ने उसी अधिकारी पर अपने साथ दुष्कर्म की बात उसे बताई। उसने इस बारे में दिल्ली महिला आयोग को जानकारी दी जबकि मामले की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद जांच शुरू कर दी गई है ।