अर्चना कुमारी। सेवानिवृत्त आईएएस जीएस मीणा से 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने को लेकर तिहाड़ जेल का एक बर्खास्त कर्मी को गिरफ्तार किया गया । पुलिस सूत्रों का दावा है कि आरोपी फोन व वाट्सएप पर मैसेज भेजकर पैसे मांग रहा था। इतना ही नहीं पकड़ा गया आरोपी ने दो साथियों के साथ मिलकर पीड़ित को फेसबुक लाईव कर सात दिन में जान से मारने की धमकी भी दी।
पीड़ित ने इसकी शिकायत तुगलक रोड थाना पुलिस से की। इसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी योगेश कुमार मीणा को गिरफ्तार कर लिया। तुगलक रोड थाना पुलिस ने योगेश को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि दिल्ली पुलिस अजय मीणा व सचिन की तलाश कर रही है ,जो योगेश के इस घटना के साथी बताए जाते हैं ।
पुलिस का कहना है कि जीएस मीणा लोदी एस्टेट में परिवार के साथ रहते हैं। वह कई मंत्रालयों में बड़े पदों पर रहे हैं। अभी वे दिल्ली कापरेटिव ट्रिब्यूनल के सदस्य हैं। उन्होंने मंगलवार को तुगलक रोड थाना पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि कोई उनसे दस करोड़ रुपये मांग रहा है।
उनका यह भी कहना था कि पैसे नहीं देने पर परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी जा रही है। फोन के अलावा वाट्सएप मैसेज कर रंगदारी मांग रहा है और आरोपियों धमकी व रंगदारी के करीब 50 से ज्यादा मैसेज किए हैं। बाद में पता लगा कि रंगदारी मांगने वाला योगेश तिहाड़ में सिपाही (वार्डन) रहा है और उसे नौकरी से गलत आचरण के चलते ही इसी साल दो फरवरी को बर्खास्त कर दिया गया था।
इस जानकारी के बाद सर्विलांस के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। योगेश ने बताया कि उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। इस कारण उसे पैसे की जरूरत थी। जीएस मीणा से वह राजस्थान में एक कार्यक्रम में मिला भी था और उसे यहां से मोटी रकम मिलने की उम्मीद थी।