देश की राजधानी मे स्थित कस्तूरबा नगर इलाके में भेड़कूट कापड़िया समाज की बैठक हुई। इसमें सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। बैठक ‘ऑल इंडिया भेड़कूट कापड़िया वेलफेयर ऐसासिएशन’ के बैनर तले हुई और इस बैठक के दौरान घटना की निंदा कर पुलिस से जल्द से जल्द मामले में चार्जशीट दाखिल कर आरोपियों को सजा दिलवाने की मांग की गई।
हिंदू संप्रदाय से जुड़े भेड़कूट समाज की ओर से पुलिस की कार्रवाई पर संतुष्टि जाहिर की गई। जबकि समाज की बैठक में पीड़ित परिवार भी शामिल हुआ। इसके बाद समाज के लोगों ने स्पष्ट करते हुए बताया कि पीड़ित और आरोपी दोनों की पक्ष एक ही जाति व एक ही धर्म से संबंध रखते हैं और उनका मुस्लिम या सिख धर्म से कोई लेना देना नहीं है।
कुछ शरारती तत्व दुष्प्रचार कर रहे हैं दोनों का धर्म अलग-अलग है। समाज की ओर से लोगों से अपील की गई कि वह ऐसा गलत प्रचार न फैलाएं। यदि कोई मानवीय आधार पर महिला और उसके परिवार की मदद करना चाहता तो उसका अकाउंट नंबर उपलब्ध करा दिया जाएगा।
समाज ने नेताओं से भी अपील की है कि वह इस घटना पर राजनीति न करें। इस बीच पुलिस सूत्रों का दावा है कि महिला के साथ हुई हैवानियत के मामले में एसआईटी ने चार और महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।
इनकी पहचान कोमल (25), रेेखा (36), गुड़िया (21) और रीना (32) के रूप में हुई है। एसआईटी इससे पहले वर्षा और शालू नामक दो महिलाओं को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर जेल से लेकर आई थी। उनसे पूछताछ के बाद ही मामले मे चारों महिलाओं की गिरफ्तारी की गई है।
गौरतलब है कि पुलिस ने अब तक कुल 12 महिलाओं व एक पुरुष को गिरफ्तार किया है, इसके अलावा तीन नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। । पुलिस का कहना है कि पीड़िता की छोटी बहन के साथ जिन लोगों ने छेड़छाड़ और मारपीट की थी। उन लोगों की भी मामले में गिरफ्तारी की जाएगी।
सनद रहे देश की राजधानी में गणतंत्र दिवस के दिन विवेक विहार के कस्तूरबा नगर इलाके में एक लड़के के परिवार व बाकी लोगों ने पीड़ित महिला पर अपने बेटे की मौत का आरोप लगाकर उसके साथ हैवानियत की। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसके बाल काट दिए गए।
बाद में उसका मुंह काला कर उसे पूरे मोहल्ले में घुमाया गया। इस दौरान लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की। इससे पहले पिछले साल गणतंत्र दिवस के दिन लाल किला पर खालिस्तानी किसानों का उत्पात हुआ था।