मोनिका। इन दिनों शीला दीक्षित अपने ही पार्टी में अलग थलग पड़ गई हैं। आम आदमी पार्टी से गठबंधन को लेकर शीला की तरफ से मना किए जाने के बाद अब कांग्रेस ने उनकी मर्जी के खिलाफ ही गठबंधन करने की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी ने उनकी मर्जी के बिना ही गठबंधन पर न केवल अपने कार्यकर्ताओं के बीच सर्वे करा चुकी है बल्कि आने वाले एक दो दिनों में इस पर फैसला भी आ सकता है। दिल्ली प्रभारी पी सी चाको ने मीडिया में अपने बयान से यह साफ संकेत दे दिया है कि शीला के नहीं चाहने पर भी गठबंधन होगा।
आप आदमी पार्टी से कांग्रेस का गठबंधन को लेकर अब शीला अकेली पड़ती नजर आ रही है। सूत्रों का दावा है कि पूर्व छह प्रदेश अध्यक्ष में से चार ने गठबंधन के फेवर में अपनी राय दी है, ऐसे में अब गठबंधन की खिचड़ी पकनी लगभग तय मानी जा रही है। यही वजह है कि शीला दीक्षित के न चाहने के बाद भी अखिल भारतीय कांग्रेस की तरफ से प्रदेश के कार्यकर्ताओं के बीच सर्वे कराया गया और पीसी चाको के आवाज में रिकॉर्डेड कॉल के जरिए उनकी राय ली गई। जब इस बारे में शीला से पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। यहां मतलब साफ है कि शीला गठबंधन को लेकर अब साइडलाइन की जा चुकी हैं। और जिस प्रकार चाको का बयान आ रहा है उस से यह साफ लग रहा है कि पार्टी गठबंधन के लिए तैयार है और उसी के मद्देनजर प्लान कर रही है।
सूत्रों का कहना है कि अखिल भारतीय कांग्रेस का पहला लक्ष्य पीएम मोदी को सत्ता से दूर रखना है और इसके लिए पार्टी कुछ भी करते को तैयार है। पीसी चाको ने भी कहा है कि हमारा लक्ष्य बड़े दुश्मन को सत्ता से दूर रखना है, इसलिए अपने छोटे छोटे मनमुटाव को भूल कर हम गठबंधन की ओर जा रहे हैं। बीजेपी को हराना पहला लक्ष्य है और हम नहीं चाहते हैं कि दिल्ली की सातों सीट बीजेपी को गिफ्ट कर दी जाए। सूत्रों का कहना है कि शीला दीक्षित को गठबंधन के लिए मनाया जाएगा, लेकिन अगर वो नहीं मानती है तो भी गठबंधन होगा, क्योंकि आलाकमान राहुल गांधी ने यह फैसला कर लिया है और अब उसकी के अनुसार गठबंधन पर नए सिरे से बात हो रही है।
URL: Sheila gets the punishment for praising Modi! Major role played by Muslims
Keywords: Congress-Kejriwal alliance, Shelia Dixit, Narendra Modi, Aam Aadmi Party, Congress,