अर्चना कुमारी। माफिया अतीक अहमद को आज बहुत डर लग रहा है क्योंकि उसे पहली बार यह दर्द हुआ होगा कि अपराध की दुनिया कितना दर्द देती है । उसके लिए आज मनहूस दिन है क्योंकि उसके बेटे को मार गिराया गया । बताया जाता है उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में पेशी पर प्रयागराज की अदालत आये अतीक अहमद पर गुरूवार को जूते-चप्पल और बोतलें फेंकी गयी।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) दिनेश कुमार गौतम की अदालत से अतीक अहमद और अशरफ सुनवाई के बाद बाहर निकले कि पहले से खड़े वकीलों ने ‘‘मोदी-योगी जिंदाबाद ’’ और ‘‘उमेश पाल जिंदाबाद’’ के नारे लगाए। इस दौरान अतीक अहमद और उसके भाई के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया गया और भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने अतीक और उसके भाई अशरफ के ऊपर जूते-चप्पल और बोतलें फेंकी।
सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में भीड से ही लोगों ने कहा ‘‘ अतीक अब तुम्हारा बेटा पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुआ तो दर्द क्या होता है, पता चलेगा।’’ यह सुनकर अतीक की आंखे झलझला गयी लेकिन अधिवक्ताओं को आक्रोश इस कदर था कि पुलिस के साथ भी उनकी तू-तू मै-मै और धक्का मुक्की हुई। पुलिस और आरएएफ की कड़ी सुरक्षा में उसे कोर्ट परिसर से बाहर प्रिजनर वैन ते ले जाया गया।
मौके पर मौजूद अधिवक्ता कह रहे थे कि अतीक के लिए आज का दिन बेहद मुश्किलों भरा रहा, एक तरफ यूपी एसटीएफ ने उसके बेटे और उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी को मुठभेड़ में ढेर कर दिया, दूसरी तरफ कोर्ट ने उसकी 13 अप्रैल से 17 अप्रैल तक की रिमांड भी मंजूर कर दी।