अर्चना कुमारी। उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने खुलासा किया कि साबरमती जेल से पुलिस अभिरक्षा में प्रयागराज की विशेष अदालत में पेशी के लिये लाये जा रहे माफिया अतीक अहमद को छुड़ाने के लिये पुलिस काफिले पर हमले की योजना थी।
पुलिस के पास इनपुट थे कि काफिले पर हमला करके अभियुक्तों को छुड़ाने का प्रयास किया जा सकता है, जिस पर विशेष बल तैनात किये गये थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और डीजीपी मुख्यालय के निर्देशानुसार आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस), एसटीएफ और सिविल पुलिस अपराधियों और माफियाओं का सफाया करना जारी रखेगी।
असद और गुलाम के एनकाउंटर ऑपरेशन में शामिल एसटीएफ टीम की डीजीपी स्तर और राज्य सरकार द्वारा प्रशंसा की गई है। पुलिस के साथ मुठभेड़ में अब तक 183 अपराधी मारे जा चुके हैं जबकि इस दौरान 13 पुलिसकर्मी भी शहीद हुए हैं। उनका कहना था कि झांसी के बड़ागांव में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में अतीक अहमद के बेटे असद और उसके साथी गुलाम की तलाश में पुलिस पिछले डेढ़ महीने से खाक छान रही थी।
पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली थी कि असद और गुलाम झांसी में है। सूचना के आधार पर एसटीएफ के दस्ते ने उनका पीछा किया। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) एसटीएफ अमिताभ यश भी मौजूद थे