आईएसडी नेटवर्क, इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर हुई पीड़ादायक दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 35 तक पहुँच गई। ये हादसा इतना भयावह था कि श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर परिसर में बनी बावड़ी रातभर शव उगलती रही। इस मंदिर की छत धंस जाने के बाद बहुत से लोग सीधे बावड़ी में जा गिरे थे। इंदौर के स्नेह नगर के पास पटेल नगर में इस हादसे के बाद शोक का वातावरण है।
गुरुवार को रामनवमी के दिन सुबह मंदिर परिसर में बहुत से श्रद्धालु एकत्रित हुए थे। इस समय राम जन्मोत्सव होने के बाद कन्या पूजन का हवन चल रहा था। जब लोग पूर्ण आहुति देने के लिए खड़े हुए तो अचानक मंदिर की छत धंस गई। बहुत से लोग सीधे नीचे स्थित एक प्राचीन बावड़ी में जा गिरे। बताया जा रहा है कि लगभग तीस से अधिक लोग बावड़ी की छत पर बैठे थे।
ये मंदिर लगभग साठ वर्ष पुराना बताया जा रहा है। जिस बावड़ी में लोग गिरे, वह 40 फुट से अधिक गहरी बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर कलेक्टर और कमिश्नर से बात कर रेस्क्यू आपरेशन तेज़ करने के निर्देश दे दिए थे। रात होते-होते घटनास्थल पर सेना को बुलाना पड़ा।
रात 11.30 के बाद सेना और एनडीआरएफ का संयुक्त आपरेशन शुरु किया गया। इसके बाद तेज़ी से शवों को निकाला गया। टीम को क्रेन और ट्राली की सहायता से नीचे उतारा गया। बताया जा रहा है कि ये मंदिर पुरानी बावड़ी की छत पर बनाया गया था। इस घटना के बाद शुक्रवार को इंदौर के कई व्यापारिक संस्थान शोकस्वरुप बंद रखे गए। घटना में अठारह लोग घायल हुए थे, जिन्हे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया था। इस हृदय विदारक घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत कई नेताओं ने शोक प्रकट किया है।