अर्चना कुमारी। जिस धर्म के लोग दूसरे को काफिर समझते हैं। वह कैसे उनके देवी देवता का फोटो लगाकर व्यवसाय कर रहे हैं।मुजफ्फरनगर में स्वामी यश्वीर महाराज ने हिंदु देवी देवताओ के नाम पर रखे मुस्लिम होटलों से नाम बदलवाने की मांग करते हुए कलक्टरेट में भूख हडताल शुरू कर दी।
उन्होंने धरना स्थल पर ही हनुमान चालीसा का पाठ किया। साथ ही कहा कि बहुत से मुस्लिम हिंदु देवी-देवाताओं के नाम पर अपने होटल खोले बैठे हैंऔर इस तरह सनातन धर्म का अपमान किया जा रहा है।उनका कहना था कि मुजफ्फरनगर हाईवे पर स्थित मुस्लिमों के होटल और ढाबों से हिंदू देवताओं के नाम जल्द से जल्द हटा दिए जाएं।
देवी देवताओं के फोटो को हटाने की मांग को लेकर स्वामी यशवीर महाराज ने कलेक्ट्रेट में भूख हड़ताल शुरू कर दी। उन्होंने चेताया कि जब तक हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर संचालित मुस्लिम ढाबों और होटल से नाम नहीं हटाए जाएंगे, वह कलेक्ट्रेट में धरना जारी रखेंगे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के अनेक शहरों में इस तरह के कई होटल संचालित किए जा रहे हैं जो मुस्लिमों के द्वारा चलाए जाते हैं लेकिन हिंदू ग्राहकों को रिझाने के लिए उनके देवी देवताओं के फोटो रखे गए हैं।
मुजफ्फरनगर हाईवे पर शुद्ध वैष्णो भोजनालय और होटल की भरमार है। हरिद्वार से लेकर मुजफ्फरनगर और मुजफ्फरनगर से मेरठ और शामली तक हाईवे पर कई होटल खुले हुए हैं। कावड़ यात्रा से पहले बघरा में आश्रम चलाने वाले स्वामी यशवीर महाराज ने आरोप लगाया था कि बहुत से मुस्लिम लोगों ने ढाबे खोलकर उनके नाम हिंदू देवी देवताओं पर रख लिए हैं। आरोप था कि हिंदू देवी देवताओं के नाम से होटल और ढाबों का नाम रखकर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है।
उन्होंने शासन को सूची भेज कर ऐसे ढाबे और होटल बंद कराने की मांग की थी। इसके बाद कावड़ यात्रा के दौरान जिला प्रशासन ने मुस्लिमों द्वारा संचालित वेज और नॉनवेज सभी प्रकार के होटल और ढाबे बंद करा दिए थे।
स्वामी यशवीर महाराज ने मांग उठाई थी कि इन होटल और ढाबों से हिंदू देवी देवताओं के नाम हटाया जाए। उन्होंने 21 जुलाई से स्वयं हाईवे पर जाकर नाम हटाने की भी घोषणा की थी। इस मामले में पुलिस प्रशासन की ओर से अनुमति न मिलने पर स्वामी यशवीर महाराज ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में धरना शुरू कर दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम समाज के लोग होटल और दावे खोलकर उन पर हिंदू देवी-देवताओं के नाम लिख देते हैं, जिससे हिंदू समाज के लोगों को भ्रमित किया जा सके। आशंका जताई कि ऐसा कर मुस्लिम समाज के लोग खाने में गौमांस मिलाकर हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट कर सकते हैं।