अर्चना कुमारी। भारत खुद को सेकुलर राष्ट्र दिखाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ में पिछले दिनों स्वीडन में कुरान जलाने को लेकर पाकिस्तान के द्वारा लाए गए प्रस्ताव का समर्थन कर दिया था लेकिन अब डेनमार्क में भी कुरान जलाने की घटना हुई है । इस बार देखना लाजमी होगा कि भारत का रुख क्या है लेकिन डेनमार्क में मिस्त्र और तुर्किये के दूतावासों के सामने जला दी गई कुरान।
बताया जाता है कि कई देश के मुस्लिमों ने कुरान जलाए जाने की घटना पर चिंता जताई है । कुरान जलाए जाने के विरोध में पिछले हफ्ते इराक में प्रदर्शनकारियों ने बगदाद स्थित स्वीडिश दूतावास में तोड़फोड़ व आगजनी की थी। इससे पहले फ्रांस में जमकर दंगा किया गया था और आगजनी की गई थी। बताया जाता है इस बार डेनमार्क के शहर कोपेनहेगन में डेनिश देशभक्त कहे जाने वाले प्रदर्शनकारियों ने कुरान जलाई।
डेनमार्क में मंगलवार को कोपेनहेगन में इस्लाम विरोधी प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने मिस्त्र और तुर्किये के दूतावासों के सामने जमा होकर कुरान की प्रति जलाई। इससे पहले डेनमार्क और स्वीडन में हाल के सप्ताह में इसी तरह की घटनाओं से मुस्लिम देशों ने नाराजगी जाहिर की । इसके अलावा डेनमार्क और स्वीडन ने मुस्लिमों के कुरान जलाए जाने की घटना पर चिंता जताई है, लेकिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कानून के तहत मिले अधिकारों के चलते सुरक्षा न कर पाने की बात भी कही।
कुरान जलाए जाने के विरोध में पिछले हफ्ते इराक में प्रदर्शनकारियों ने बगदाद स्थित स्वीडिश दूतावास में तोड़फोड़ व आगजनी की थी।इराक में प्रदर्शन के बाद ईरान और लेबनान में भी प्रदर्शन हुए थे।वहीं, ईराक के विदेश मंत्री ने सोमवार को कहा कि तथाकथित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर कुरान जैसे ग्रंथ जलाने की घटनाओं पर यूरोपीय देशों को विचार करना चाहिए।