शिकार वाली बंदूक के लाइसेंस के लिए झूठा हलफनामा देने के बावजूद कोर्ट ने राहत दी
बेचारे निरीह काले हिरण को कौन न्याय देगा। भारतीय न्यायिक व्यवस्था बिश्नोई समाज की अपराधी है।
बेचारे निरीह काले हिरण को कौन न्याय देगा। भारतीय न्यायिक व्यवस्था बिश्नोई समाज की अपराधी है।