आपातकाल और कविताएँ
भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में 25 जून का दिन अपनी पूरी कालिमा के साथ आता है। इतना काला कि उसके उजास के लिए अगले दिन का इंतज़ार करना होता है। यह दिन प्रतीक है...
भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में 25 जून का दिन अपनी पूरी कालिमा के साथ आता है। इतना काला कि उसके उजास के लिए अगले दिन का इंतज़ार करना होता है। यह दिन प्रतीक है...