अर्चना कुमारी। बिहार में बहार है, नीतीश सरकार है। तुष्टिकरण की हद पार करते हुए बिहार सरकार मुस्लिमों के सामने ऐसा लगता है,अपना हथियार डाल दिया है। लुंज पुंज कानून व्यवस्था के बीच यह स्थिति है कि बिहार में अब मुस्लिम जलती चिता से शव को उठाकर नीचे फेंक दिया। इसके बाद पथराव शुरू कर दिया। पुलिस पर भी पत्थर फेंके गए। इसमें लगभग 12 लोग घायल हुए । जिस घर में मौत हुई थी, उसके घर में आगजनी की गई। गाड़ियां जलाईं गईं। बाद में पुलिस-प्रशासन की मदद से शव का फिर से अंतिम संस्कार किया गया। मामला बिहार दरभंगा के हरिहरपुर पूर्वी पंचायत के धर्मपुर मालपट्टी गांव का है। जब मौके पर पुलिस पहुंची तो आरोपियों ने उस पर भी पथराव कर दिया। इस दौरान 6 गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी गई। इस घटना की जानकारी पुलिस के अफसरों को दी गई।
इसके बाद दरभंगा के जिलाधिकारी समेत पुलिस के अधिकारी कई थानों की पुलिस लेकर मौके पर पहुंचे। सभी ने मिलकर मामले को शांत कराया। पूरा बवाल श्मशान घाट की 22 कट्ठा जमीन को लेकर हुआ। हिंदू समुदाय के लोगों का कहना है कि श्मशान की यह भूमि उनके पुरखों की है, लेकिन रविवार की रात अचानक मुस्लिम समुदाय के लोग यहां पहुंच गए और अपनी जमीन बताकर हंगामा करने लगे। मृतक के बेटे फेंकू पासवान ने बताया कि हम अपने पिता श्रीकांत पासवान का शव लेकर श्मशान घाट आए थे। इसे देखकर वहां पर मौजूद लोगों ने शव को दूसरी जगह जलाने की बात कर अंतिम संस्कार करने से रोकने लगे। साथ ही हम लोगों के साथ बदतमीजी भी की।
कुछ ने हमारे पिताजी के शव को गड्ढे में फेंक दिया और हमारे साथ मारपीट करने लगे। इस दौरान उन लोगों ने हमारे ऊपर पथराव करते हुए मुखिया की गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया। बाद में भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया। हरिहरपुर पूर्वी पंचायत के मुखिया अजय कुमार झा ने बताया कि श्रीकांत पासवान की मौत हो गई थी। उनका अंतिम संस्कार करने के लिए शव को श्मशान लाया गया था। यहां डेड बॉडी के साथ अभद्रता की गई।
शव को अर्थी से नीचे गिरा दिया गया। कुछ घरों को भी फूंक दिया गया। इस घटना में कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोगों को चोट भी आई है। उपद्रवियों ने उनके घरों में लूटपाट करने की भी कोशिश की।घटना के चलते पूरे इलाके में तनाव पैदा हो गया। माहौल काफी बिगड़ने पर डीएम राजीव रौशन, एसपी अवकाश कुमार, सिटी एसपी सागर कुमार और सदर डीएसपी अमित कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। बताया जाता है कि दो साल से श्मशान की जमीन को लेकर ये जमीन विवाद चल रहा है।
इससे पहले यहां 2 साल से कोई अंतिम संस्कार यहां नहीं हुआ। ये जमीन ग्राम पंचायत की है। इस घटना के बाद दरभंगा में दो समुदाय के बीच फिर से विवाद हुआ मोहर्रम जुलूस के रास्ते को लेकर दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। मामला कमतौल थाना क्षेत्र के बड़ीओल गांव का है। मोहर्रम के लिए एक समुदाय जुलूस लेकर मिट्टी लाने निकला था। वहीं सड़क किनारे हनुमान मंदिर के पास कीर्तन किया जा रहा था। इस दौरान वहां से निकलने को लेकर दोनों समुदाय के लोग आपस में उलझ गए।
डीएम राजीव रौशन ने कहा- कमतौल थाना क्षेत्र के बरिऔल में मिट्टी लाने के क्रम में रात दो समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न हुआ था। प्रशासनिक तत्परता से उसे तत्काल नियंत्रण किया गया है। इससे पहले दरभंगा में मोहर्रम को लेकर विवाद बिरौल थाना क्षेत्र के रामनगर में हुआ, जिसके बाद मब्बी ओपी थाना क्षेत्र के बाजार समिति में हुआ