अर्चना कुमारी। थाना बेगमपुर के स्टाफ ने एक वांछित अपराधी, पशु तस्करी गिरोह के सरगना, जो दिल्ली/एनसीआर और हरियाणा में सक्रिय था, को गिरफ्तार करके सराहनीय कार्य किया है। FIR No.748/23 दिनांक 01.11.2023 धारा 392/397/411/120बी/34 IPC थाना बेगमपुर के तहत उसके खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद से वह फरार था। घटना के बाद से एक समर्पित टीम उसके पीछे थी। उसकी गिरफ्तारी से रोहिणी जिले में दर्ज तीन अन्य मामलों का वर्कआउट हो गया है।
घटना और गिरफ्तारी:
01/11/2023, क्षेत्र में बंदूक की नोक पर भैंसों की लूट की घटना के संबंध में थाना बेगमपुर में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी। स्थानीय पुलिस की एक टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची जहां शिकायतकर्ता श्री. सोमबीर ने बताया कि रात करीब 02:15 बजे तीन-चार लोग उसके घर में घुस आए और बंदूक की नोक पर उसकी 3 भैंस और 3 बछड़े लूट लिए।
शिकायतकर्ता के बयान पर FIR No 748/23 दिनांक. 01.11.2023 धारा 392/397/411/120बी/34 IPC के तहत मामला दर्ज कर जांच की गई। 11/11/2023 को एक कथित सादिक निवासी ग्राम रसूल पुर, रूड़की, हरिद्वार, उत्तराखंड को गिरफ्तार किया गया और उसके घर से दो भैंसों को बचाया गया। इसके अलावा उसके पास से 24,780 रुपये भी बरामद हुए जो उसे एक भैंस बेचने के बाद मिले थे। लगातार पूछताछ करने पर सादिक ने खुलासा किया कि वह एक पशु तस्करी गिरोह का सदस्य है जो दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सक्रिय है।
उसने गिरोह के सरगना का नाम मुस्तफा निवासी गांव छोटक यमुना नगर सदर, हरियाणा और अन्य साथियों का भी खुलासा किया था। जांच के दौरान, पुलिस टीम ने अपराध को अंजाम देने में इस्तेमाल किए गए टेम्पो की पहचान की।
अपराध की गंभीरता और प्रकृति को भांपते हुए, इंस्पेक्टर के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई जिसमे विनोद यादव (एटीओ/पीएस बेगम पुर), एसआई पुष्पेंद्र, एचसी योगिंदर, एचसी दिनेश माथुर, एचसी जग प्रवेश शामिल थे। गैंग लीडर मुस्तफा को पकड़ने के लिए एसीपी/बेगमपुर की देखरेख और डीसीपी/रोहिणी की देखरेख में खुशहाल का गठन किया गया था।
मामले में थाना बेगमपुर की टीम लगातार सरगना की गिरफ्तारी के लिए अथक प्रयास कर रही थी, लेकिन कथित मुस्तफा अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा था। लगभग 530 किलोमीटर तक फैले 900 से अधिक सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के आधार पर, लुटेरों द्वारा दिल्ली-हरियाणा-यूपी और उत्तराखंड राज्यों से गुजरने वाले भागने के रास्ते को तैयार किया गया और पूरी तरह से जांच की गई।
मामले में एक महीने से अधिक के निरंतर प्रयासों और दिन-रात की लंबी खोज के बाद, टीम की कड़ी मेहनत के परिणामस्वरूप बढ़त मिली। अंततः इस व्यापक अभ्यास के बाद, तकनीकी निगरानी और स्रोत जानकारी के आधार पर, मुख्य सरगना को 26.12.2023 को घरौंदा, जिला करनाल, हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया गया।
लगातार पूछताछ करने पर कथित मुस्तफा ने खुलासा किया कि वह एक गिरोह चला रहा है जिसमें 10 सदस्य शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि वे आग्नेयास्त्रों का उपयोग करके मवेशियों की लूट को अंजाम देने के लिए वाहन चोरी करते थे। दिल्ली में दर्ज मामलों में उसकी अन्य संलिप्तता का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। आगे की जांच जारी है।
सुलझाए गए मुकदमे।
उसकी गिरफ्तारी से रोहिणी जिले में दर्ज तीन मामलों का वर्कआउट हो गया है।
- FIR No. 415/23 धारा 336/34 IPC थाना कंझावला के तहत।
- FIR No. 403/23 धारा 380/457/34 IPC थाना कंझावला के तहत।
- FIR No. 465/23 धारा 307/34 IPC थाना कंझावला के तहत।
कथित व्यक्ति का प्रोफ़ाइल:
(i) मुस्तफा गांव छोटक लाफरा, यमुनानगर सदर, हरियाणा का रहने वाला है और उसकी उम्र 36 साल है। वह पहले भी अपने खिलाफ दर्ज 16 आपराधिक मामलों में शामिल पाया जा चुका है। वह दिल्ली/एनसीआर और हरियाणा में पशु तस्करी और चोरी में लिप्त एक गिरोह का संचालन कर रहा है।