अर्चना कुमारी । फरवरी 2020 में नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में CAA/NRC के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भजनपुरा के चांद बाग में दंगा भड़काने और पुलिस टीम पर हमला कर उनसे गन लूट के मामले में दंगाई शाहिद उर्फ शाहबाज सहित कुख्यात इरफान उर्फ छेनू गैंग के 03 शार्प शूटरों को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने दबोचा । पुलिस ने खुलासा किया है कि पकड़े गए बदमाशों ने आरएसएस के ऑफिस और यूपी में बीजेपी लीडर के घर पर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान, शाहिद उर्फ शाहबाज, समीर उर्फ बाली उर्फ AK47, सुहैल चौधरी उर्फ बावर्ची उर्फ आसिफ और शाहनवाज़ उर्फ सानू के रूप में हुई है। ये दिल्ली के दयालपुर, भजनपुरा और गोकुलपुरी इलाके के रहने वाले हैं। इनके पास से दंगे के दौरान हेड कॉन्स्टेबल छेत्रपाल से लूटी गई 09 एमएम की पिस्टल सहित 05 जिंदा कारतूस के अलावा पॉइंट 30 बोर की बर्स्ट फायर मैकेनिज्म वाली 01 पिस्टल सहित 05 जिंदा कारतूस, 08 एमएम की 03 सिंगल शॉट पिस्टल सहित 11 जिंदा कारतूस और चोरी की बाइक बरामद की गई ।
पुलिस को पता चला कुख्यात इरफान उर्फ छेनू गैंग के एक शार्पशूटर सुहैल चौधरी उर्फ बावर्ची उर्फ आसिफ, जो कि कई आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है, और भजनपुरा थाने में दर्ज फायरिंग के मामले का वांटेड है, वो किसी अपराध को अंजाम देने के लिए शाहदरा इलाके में है। इसके बाद पुलिस टीम गठन करके सभी को पकड़ा गया । मिली जानकारी के आधार पर जाफराबाद-सीलमपुर रोड/आशाराम त्यागी मार्ग पर ट्रैप लगाया।
जहां एनकाउंटर के बाद पुलिस ने सुहैल चौधरी उर्फ बावर्ची उर्फ आसिफ को उसके सहयोगी शाहनवाज उर्फ सानू के साथ दबोच लिया। उनके पास से पॉइंट 30 बोर की 01 पिस्टल और 01 सिंगल शॉट पिस्टल सहित कुल 08 जिंदा कारतूस बरामद किया गया। उनके कब्जे से मिली बाइक के नम्बर प्लेट के फर्जी और जाफराबाद इलाके से चोरी का पता चला। पूछताछ में आरोपियों ने अपने तीसरे साथी समीर उर्फ बाली उर्फ AK47 के बारे में बताया, जो उनके साथ 26 अक्टूबर को भजनपुरा के फायरिंग मामले में शामिल था। आरोपियों के खुलासे पर पुलिस ने समीर उर्फ बाली को भी दबोच लिया और उसके पास से 02 सिंगल शॉट पिस्टल सहित 07 जिंदा कारतूस बरामद किया। पूछताछ में पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही ओर शाहिद उर्फ शाहनवाज़ को भी गिरफ्तार कर लिया।
उसके पास से फरवरी 2020 दंगे में हेड कॉन्स्टेबल छेत्रपाल सिंह को घायल कर उनसे लूटी गयी 09 एमएम की ऑफिशियल पिस्टल भी बरामद की गई। पूछताछ में आरोपी शाहिद उर्फ शाहबाज ने खुलासा किया कि दिसंबर 2019 से फरवरी 2020 तक CAA/NRC के खिलाफ चले विरोध प्रदर्शन का वह भी हिस्सा था। 24 फरवरी 2020 में वह अपने साथियों के साथ प्रदर्शन में शामिल हुआ और वजीराबाद रोड़ को ब्लॉक कर दिया।
जिसके परिणाम स्वरूप वहां दंगा भड़क गया। जिसमें उसने अन्य दंगाईयों के साथ मिल कर वहां तैनात पुलिस टीम पर हमला कर दिया और एक पुलिसकर्मी की पिस्टल लूट ली। इस हमले के दौरान हेड कॉन्स्टेबल छेत्रपाल सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हमले में मौके पर मौजूद डीसीपी और एसीपी सहित एक और हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल भी घायल हुए थे। जिसमें बाद में इलाज के दौरान रतन लाल शहीद हो गए थे।
वहीं समीर, सुहैल और शाहनवाज ने बताया कि वो कुख्यात इरफान उर्फ छेनू गैंग के मेंबर हैं, और उसके इशारे पर वो यमुना पार इलाके के बिजनेसमैन और ट्रांसपोर्टरों से उगाही करते हैं। उन्होंने अपने गैंग का आतंक फैलाने की नीयत से पिछले महीने 26 अक्टूबर को नॉर्थ घोंडा स्थित सुभाष विहार के प्रॉपर्टी डीलर के घर के बाहर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी समीर उर्फ बाली, जेल में बंद इरफान उर्फ छेनू के नजदीकी और उसके हिटमैन अनवर हटेला का भतीजा है। इसका पिता जीशान, जो कि इस वक़्त अमरोहा की जेल में बंद है, भी एक कुख्यात अपराधी है, जिस पर दिल्ली-यूपी में दर्जनों आपरधिक मामले दर्ज हैं।
समीर पिछले साल 27 अप्रैल को दिल्ली के शकरपुर स्थित आरएसएस के ऑफिस और अमरोहा, यूपी के बीजेपी लीडर के घर पर फायरिंग के मामले में शामिल रहा है। ये इसके अलावा हत्या के प्रयास, हत्या और चोरी जैसे 03 अन्य मामलों में दिल्ली और यूपी पुलिस का वांटेड था। सुहैल चौधरी पर हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और फायरिंग जैसे 04 आपरधिक मामले दर्ज हैं।